अमेरिका में फिलहाल भले ही डोनाल्ड ट्रंप अपनी हार स्वीकार नहीं कर रहे, लेकिन राष्ट्रपति पद के चुनाव जीत चुके जो बाइडेन सत्ता में आने से पहले ही तैयारियां शुरू कर चुके हैं. इसी क्रम में उन्होंने नौ कारोबारी दिग्गजों तथा ट्रेड यूनियन नेताओं के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की हैं.
बताया जा रहा है की इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में माइक्रोसॉफ्ट के सत्य नडेला तथा जीएपी इंक की सोनिया सिंघल भी मजूद थे. जो बाइडेन पहले ही कोरोना की वजह से देश भर में व्यापार में पड़े घाटे को लेकर एक राहत पैकेज देने की बात करते नज़र आये हैं. वहीं डोनाल्ड ट्रंप इस राहत पैकेज को जारी करने से कतराते और चुनावों के इतनी नजदीक आने के बाद उनके लिए राहत पैकेज जारी करना भी आसान नहीं था.
ऐसे में जो बाइडेन ने कहा है की, “अभी कांग्रेस को मिलकर हीरोज कानून की तरह कोविड-राहत पैकेज को पारित करना चाहिए. सदन ने छह महीने पहले हीरोज कानून को पास किया था. जब हम वायरस को रोक लेंगे और कर्मचारियों तथा कंपनियों को आर्थिक राहत प्रदान करना शुरू कर देंगे, उसके बाद हम ऐसा निर्माण करेंगे जो पहले से बेहतर होगा.”
जलवायु परिवर्तन को लेकर भी जो बाइडेन पेरिस समझौते में भारत के साथ खड़े नज़र आ रहें हैं. उन्होंने कहा है की अमेरिका में अब इलेक्ट्रिक वाहनों की क्रांति लानी होगी, इसके साथ ही हमें स्वच्छ ऊर्जा के स्त्रोत और शोध में अधिक से अधिक निवेश करने की जरूरत है.
बाइडेन का कहना है की हमें यह सुनिचित करना चाहिए की अमीर व्यक्ति अपने देश और देश के लोगों के लिए उचित कर अदा करे. इसलिए हम टैक्स स्लैब में परिवर्तन लाएंगे, जिससे अमीर व्यक्ति या कॉर्पोरेट उचित कर अदा कर सकेगा. जो बाइडन का कहना है की हमें अगर आगे रहना है तो जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को हम नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते, गौरतलब है की ट्रंप का कहना इससे उलट था. उनका कहना था की टैक्स बढाकर और जलवायु परिवर्तन के नाम कानून बनाने से अमेरिका की इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित होगी.