कुछ समय पहले बंगलुरु में दंगे हुए थे, आपको पता है उन दंगों का मुख्य आरोपी कौन था? कांग्रेस नेता का संपत राज सारे सबूत और गवाह कांग्रेस नेता संपत राज की और इशारा कर रहे थे वहीं उसके नज़दीकी सहयोगी रियाजुद्दीन ने उसे भगा दिया. अब पुलिस और जांच एजेंसियों ने नेता संपत राज के नज़दीकी सहयोगी रियाजुद्दीन को अपनी हिरासत में ले लिया हैं.
रियाजुद्दीन के ऊपर आरोप है की उसने ही संपत राज को छुपाने में मदद की हैं, इस वजह से रियाजुद्दीन खुद भी फरार ही चल रहा था. लेकिन पुलिस को टिप मिली थी की वह संपत राज को नगरहोले स्थित एक फ़ार्महाउस में छुपाकर रखा हुआ है. जब तक पुलिस की टीम वहां पहुंची संपत राज वहां से गायब था.
आपको बता दें की कांग्रेस नेता संपत राज के खिलाफ 850 पन्नों की चार्जशीट दायर की है और इसमें CCB ने कुल 52 लोगों को सबूतों के आधार पर मुख्य आरोपी बनाया हैं. संपत राज पर आरोप है की उसने अपनी ही पार्टी के दलित विधायक अखंडा श्रीनिवास मूर्ति को निशाना बनाने के लिए एसडीपीआई (SDPI) जैसे कट्टर इस्लामी संगठनों की सहायता ली और वोट बैंक मजबूत करने के लिए बंगलुरु में दंगे भड़का दिए.
संपत राज कांग्रेस के वक़्त में बंगलुरु में मेयर रह चूका था, CCTV Footage, Phone Call Details और चश्मदीदों के बयानों के आधार पर संपत राज को 51वां और जाकिर हुसैन को 52वां आरोपित घोसित किया गया हैं. आपको बता दें की 11 अगस्त 2020 को रात 8:30 बजे डीजे हल्ली और केजे हल्ली पुलिस थाने के अंतर्गत पूर्वी बेंगलुरु में एक बार फिर दंगों का माहौल बनाया गया था जब कांग्रेस विधायक अखंडा श्रीनिवास मूर्ति के आवास के ठीक सामने लगभग 1000 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गयी थी.
1000 लोगों की भीड़ उग्र थी और वह कांग्रेस विधायक अखंडा श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे पर कार्यवाही की मांग कर रही थी. नतीजा यह हुआ की भीड़ उग्र हो गयी और उन्होंने कांग्रेस विधायक अखंडा श्रीनिवास मूर्ति के घर को आग के हवाले कर दिया, देखते ही देखते वहां दंगे भड़क गए. कांग्रेस और दलित नेताओं ने इस घटना पर चुपी साधना जरूरी समझा जबकि वह दलित नेता उनकी अपनी पार्टी का और आरोपी भी उनकी अपनी ही पार्टी का था.