अगर आप रामपुर के रहने वाले हैं तो आपको पता होगा की वहां पर मजूद आगापुर तिराहे के सुंदरीकरण का काम चल रहा हैं. लेकिन इस काम के लिए रामपुर के सांसद आज़म खान के नाम का शिलापट्ट लगा हुआ था. अब इसे प्रशासन द्वारा हटा दिया गया हैं, बताया जा रहा हैं की अब यहां पर रामपुर के DM के नाम पर शिलापट्ट लगाया जायेगा.
आपको बता दें की रामपुर के चौराहों का सुंदरीकरण सांसद नहीं बल्कि प्रशासन द्वारा करवाया जा रहा हैं. इसीलिए आगापुर तिराहे का काम भी शुरू हैं, लेकिन इसपर अपना नाम लगवा लिया था आज़म खान ने. रामपुर में होने वाले इस सुंदरीकरण की जिम्मेदारी नगर पालिका और आरडीए को सौंपी गयी हैं.
बताया जा रहा है की आगापुर के तिराहे का नाम राम रहीम चौक के स्थान पर सद्भावना चौक करने पर भी विचार विमर्श शुरू हो चूका हैं. इसके साथ ही इस तिराहे के सुंदरीकरण के मकसद से रजा लाइब्रेरी की मीनारों की बड़ी तस्वीर लगाई जा चुकी हैं. फिलहाल लाइटों का काम शुरू है और उसे भी कुछ दिनों में पूरा कर लिया जायेगा.
आज़म खान ने बिना इस कार्य में अपना कोई योगदान दिए, शिलापट्ट पर अपना नाम गुदवा दिया था. जिसे हटाकर अब शिलापट्ट में पालिकाध्यक्ष फात्मा जबी, ईओ डा.इंदु शेखर मिश्रा व अपर जिलाधिकारी प्रशासन जेपी गुप्ता के नाम का शिलापट्ट स्थापित किया गया हैं. शिलापट्ट पर बदले गए नाम को लेकर उत्तर प्रदेश में राजनीती जारी हैं.
इस कार्यवाही से पहले आजम खान द्वारा महात्मा गाँधी की बनाई गयी समाधि के गेटों पर लगे नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू की थी. आज़म खान पर इस वक़्त 100 से ज्यादा केस चल रहे हैं, एक वक़्त पर खुद को किसी राजा से कम न समझने वाले आज़म खान अब आये दिन पड़ने वाले नए केस के लिए अग्रिम जमानत की याचिका कोर्ट में लगाते हुए नज़र आते हैं. आज़म खान देश के उन राजनैतिक परिवारों में से एक हैं जो सह-परिवार बेल पर बाहर घूम रहें हैं.