kapil mishra tajinder pal bagga arrested arnab goswami protest delhi: कल दिल्ली के पूर्व मंत्री रहे कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) और दिल्ली के प्रदेश भाजपा प्रवक्ता तजिंदर बग्गा (Tajinder pal bagga) अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) के समर्थन में कल दिल्ली के राजघाट पर शांतिमय तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. उसके बाद दिल्ली पुलिस ने राजघाट के आस पास के इलाके में धारा 144 लगाते हुए इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
दिल्ली पुलिस इन्हे गिरफ्तार कर के राजेंद्र नगर थाने में ले गयी थी, हालाँकि अभी तक दिल्ली पुलिस की तरफ से इस गिरफ्तारी के संबंध में कोई बयान सामने नहीं आया. अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के विरोध में शुरू किये गए इस विरोध प्रदर्शन को सत्याग्रह का नाम भी दिया गया. सोशल मीडिया पर इनकी गिरफ्तारी की ख़बरें आते ही, लोगों का गुस्सा दिल्ली पुलिस के खिलाफ फुट पड़ा.
लोगों ने कहा की हिंसक आंदोलन में सेकुलरिज्म के डर से दिल्ली पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होती और ऐसे शांतिमय आंदोलन में दिल्ली पुलिस तुरंत धारा 144 और गिरफ्तारी कर लेती हैं. उधर अर्नब को एक जेल से दूसरी जेल में शिफ्ट करने के दौरान मीडिया को बताया की उनकी जान को खतरा हैं.
अर्नब गोस्वामी ने कहा की उन्हें सुबह 6 बजे उठा दिया गया था. रविवार को उनके साथ धक्का-मुक्की और मारपीट भी हुई थी. अर्नब ने कहा की मुझे मेरे वकीलों तक से मिलने नहीं दिया जा रहा. इसके बाद बीजेपी के बड़े नेता ट्वीट-ट्वीट खेलने लगे और छोटे-छोटे नेता सड़कों पर उतरने लगे.
दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के अधीन हैं, हालाँकि पुलिस को अगर किसी नागरिक पर आरोप तय करना हो तो उसे दिल्ली सरकार से मंजूरी लेनी पड़ती हैं. लेकिन गिरफ्तारी में दिल्ली सरकार की मंजूरी नहीं लेनी पड़ती यह तो साफ़ हैं. ऐसे में तेजिंदर पाल सिंह बग्गा और कपिल मिश्रा की गिरफ्तारी दर्शाती है की बीजेपी अर्नब को लेकर दो हिस्सों में बटी हुई है.
उधर बीजेपी के कार्यकर्त्ता भी अर्नब के सपोर्ट में बीजेपी के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल रहें हैं. लगभग दो साल पहले बीजेपी पक्ष में न्यूज़ वेबसाइट (Post Card) चलाने वाले महेश हेगड़े को कर्णाटक की गठबंधन वाली सरकार ने गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद भी बीजेपी की तरफ कोई बड़ा विरोध प्रदर्शन देखने को नहीं मिला था. वहीं अगर कांग्रेस का कोई ट्वीटर स्पॉटर भी गिरफ्तार हो जाए तो बोलने की आज़ादी वाली गैंग देश भर में आंदोलन शुरू कर देती हैं.