Bihar Election 2020: राज्य निर्वाचन आयोग के पास नितीश कुमार की पार्टी ने RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके भाई के खिलाफ शिकायत दर्ज़ की है. इस शिकायत को दर्ज़ करने के लिए सूचना जनसम्पर्क मंत्री नीरज कुमार के नेतृत्व में JDU का प्रतिनिधि मंडल मुख्य निर्वाचन आयुक्त से एक मुलाक़ात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपते हुए मामले की गंभीरता से जांच करने और उस पर एक्शन लेने को कहा.
JDU के अनुसार विधानसभा क्षेत्र 128-राघोपुर एवं 140-हसनपुर से क्रमशः उम्मीदवार तेजस्वी यादव व तेजप्रताप यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान, चुनाव आयोग से अपनी बहुत सारी संपत्ति को छुपा कर ब्यौरा दिया हैं. इसी ब्यौरे के दस्तावेज़ JDU के मंत्रियों ने मुख्य चुनाव आयुक्त को सौंपे हैं.
JDU चाहती है की, मुख्य चुनाव आयुक्त इस मामले की गंभीरता से जांच करे और अगर आरोप सही साबित होते हैं तो लोक प्रतिनिधित्व कानून की धारा-123 (2) के तहत दोनों भाइयों पर कार्यवाही की जाये. शिकायत दर्ज़ करवाने के बाद JDU के नीरज कुमार ने मीडिया से बात करते हुए उनके सभी सवालों के जवाब दिए.
नीरज कुमार बताते हैं की, “विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव एवं तेजप्रताप यादव के द्वारा चुनावी हलफनामे में संपत्ति विवरण को छुपाया गया है. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव का यह आचरण राजनैतिक फ्राड जैसा है. जो अपनी संपत्ति छिपाएगा, राजनीति में उससे बड़ा ढ़कोसलेबाज कौन होगा.”
सूचना मंत्री नीरज कुमार ने आगे मीडिया से बातचीत करते हुए कहा की, “ऐसे राजनेता से बिहार की जनता और युवा क्या उम्मीद करेंगे? मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि उनके ज्ञापन को भारत सरकार के मुख्य चुनाव आयुक्त को सक्षम कार्रवाई के लिए तुरंत प्रेषित किया जाएगा.”
अगर JDU के आरोप सही होते है तो मुख्य चुनाव आयुक्त के पास यह पूरा अधिकार होगा वह लालू के दोनों बेटों का नामकरण रद्द कर दे. हालाँकि अगर तेज प्रताप और तेजस्वी यादव को इस दौरान लगता है की, चुनाव आयोग ने यह गलत फैसला किया है तो वह इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकते हैं.