बिहार में पहले चरण के चुनाव हो चुके हैं, दूसरे और तीसरे चरण के चुनाव में लोगों का वोट हासिल करने के लिए नेता लोग अपना पूरा जोर लगा रहें हैं. हालाँकि पिछली बार हुए चुनावों के मुकाबले में इस बार नेताओं के मुंह से गालियां कम सुनने को मिली हैं. लेकिन बिना सबूतों के आरोपों की बौछार इस बार भी पुरे जोर-शोर से हुई हैं.
ऐसे में एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं, यह वीडियो बिहार के दरभंगा जिले का हैं. इस वीडियो में महागठबंधन का एक प्रत्याशी बिहार में NDA सरकार को गिराने का दावा कर रहा हैं. अभी उनका भाषण और यह दावा ख़त्म भी नहीं हुआ था की उनका मंच ही धड़ाम से निचे गिर गया.
इस प्रत्याशी का नाम मशकूर उस्मानी बताया जा रहा हैं, यह बिहार के दरभंगा जिले के जाले विधानसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी है और महागठबंधन की वजह से इनकी सीधी टक्कर NDA के प्रत्याशी के साथ हैं. उस्मानी अपने भाषण में कह रहे थे की, “लोकतंत्र में लोग जानते है कि, किस सरकार को कब उठाना है और कब गिराना है.” इतना कहते ही उनका मंच धड़ाम से निचे गिर गया.
बिहार के दरभंगा में उस्मानी को संविधान संशोधन अधिनियम 2019 और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरोध के लिए काफी लोग जानते हैं. आपको बता दें की यह 2017 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष भी चुने जा चुके हैं. आपको 2018 में बीजेपी के अलीगढ़ से सांसद सतीश गौतम ने छात्रसंघ के कार्यालय से जिन्ना की तस्वीर हटाने की मांग का मुद्दा याद हैं? अगर नहीं तो गूगल कर लीजिये और आपको जानकार हैरानी होगी उस्मानी उस वक़्त एएमयू छात्रसंघ के अध्यक्ष थे, जिन्हे कांग्रेस ने अब अपनी पार्टी के नाम का टिकट दिया हैं.
ऐसा पहली बार नहीं है की जो भारतीय संविधान और संसद में पास हुए बिलों का विरोध करता हो और उसे कांग्रेस ने अपनी पार्टी का टिकट दिया हो. पहले भी कई मामलों में यह देखा गया हैं. हालाँकि उस्मानी को टिकट देना इस लिए हैरानी में डालता है क्योंकि गाँधी या नेहरू नहीं बल्कि जिन्नाह की तस्वीर अपने ऑफिस में लगाना पसंद करते हैं.