फ्रांस की साप्ताहिक मैगजीन शार्ली एब्दो ने आज से लगभग 5 साल पहले मोहम्मद पर एक कार्टून बनाया था. उसके कुछ दिन बाद शार्ली एब्दो के ऑफिस में कुछ शांतिदूत आये और वहां काम करने वाले सभी लोगों को गोली मारकर मार गिराया. पूरी दुनिया के मुसलमानो ने इस हमले की प्रसंशा की, यहाँ तक उस कार्टून का इतना भारी विरोध हुआ था, भारत में कुछ जगहों पर मुसलमानो ने दंगे भड़का दिए थे.
अब उसी फ्रांस की साप्ताहिक मैगजीन शार्ली एब्दो ने तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान का कार्टून बना डाला, जी हाँ वहीं रजब तैयब एर्दोगान जिसकी पत्नी से कुछ दिन पहले बॉलीवुड के आमिर खान मिलने गए थे. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान के टॉप प्रेस अधिकारी फार फाहरेतीन आल्तुन ने एक ट्वीट साझा करते हुए कहा है की, “हम इस प्रकाशन के द्वारा सांस्कृति नस्लभेद और नफरत फैलाने की बेहद घिनौनी कोशिश की निंदा करते हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मैन्युअल मैक्रों के मुस्लिम-विरोधी अजेंडे का नतीजा दिख रहा है. शार्ली एब्दो ने तथाकथित कार्टूनों की श्रृंखला छापी है जिसमें हमारे राष्ट्रपति के दिखने वाले घृणित कार्टून दिख रहे हैं.”
आपको बता दें इस कार्टून में हेडलाइन दी गयी थी की, “एर्दोगान: प्राइवेट में वह काफी फनी हैं.” इस कार्टून में आप देख सकते हैं की एर्दोगान एक बुरखा पहनी हुई महिला का बुरखा उठा रहें है, जिसने बुरखे के नीचे कुछ नहीं पहना हुआ. वहीं एर्दोगान टी-शर्ट और अंडरपैंट पहने हुए साथ में बीयर पी रहें हैं.
यह सारा विवाद तब शुरू हुआ जब पेरिस के टीचर सैम्युअल पैटी का एक इस्लामिक हमलावर ने बेरहमी से गला काट दिया था. यह गला इसलिए काटा गया क्योंकि सैम्युअल पैटी ने अपनी क्लास के बच्चों को पैगंबर का कार्टून दिखा दिया था जो की शार्ली एब्दो द्वारा बनाया गया था. उसके बाद ही फ्रांस जहां ऐसी मानसिकता के लोगों के खिलाफ खुलकर सामने आ रहा हैं. वहीं मुस्लिम देश फ्रांस के खिलाफ नकसलभेदी और इस्लामिक फोबिया जैसे आरोप लगा रहें हैं.
सैम्युअल पैटी की मौत के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति ने ब्यान देते हुए कहा था की, “फ्रांस अपनी धर्मनिरपेक्ष परंपराओं और कानूनों का पालन करता रहेगा जिनमें अभिव्यक्ति की आजादी सुनिश्चित की गई है. इसके जरिए शार्ली एब्दो को भी पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बनाने की आजादी मिलती है.” अगर देखा जाये तो भारत में ओवैसी जैसे नेता बोलने की आज़ादी के नाम पर प्रभु श्री राम, माँ सीता और माँ कौशल्या को लेकर कितनी गन्दी भाषा में ब्यान देते हैं और भारतीय कानून के अनुसार उन्हें क्या सज़ा हुई आज तक?