28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर यह वो दिन हैं जब बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान होने. मतदान के बाद किसकी सरकार राज्य में बनेगी और कितने साल चलेगी यह तो बाद की बात हैं. लेकिन बिहार के लोगों को एक नया गठबंधन देखने को मिल सकता हैं.
जी हां यह गठबंधन हो सकता हैं LJP और RJD के बीच में. पहले चिराग पासवान ने बयान दिया था की वह बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाना चाहते हैं. ऐसे में बीजेपी नेताओं की और से भी बयान आने लगे. बीजेपी नेता इस बयान पर सफाई देते रहे और चिराग पासवान के खिलाफ बयान भी देते नज़र आए.
ऐसे में हालात यह भी बने की देश के गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को भी सामने आकर सफाई देनी पड़ी. वही बात करें RJD और LJP की तो बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोमवार को बयान देते हुए कहा है की, नितीश कुमार ने चिराग पासवान के साथ अच्छा नहीं किया.
तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) बोले की चिराग पासवान (Chirag Paswan) को इस वक़्त अपने पिता की सबसे ज्यादा जरूरत थी. आज वह हमारे बीच नहीं हैं, ऐसे में नितीश कुमार का व्यवहार किसी अन्याय से कम नहीं हैं. इस बयान के साथ ही राजनीती एक्सपर्ट्स मान रहे है की जिस तरह से चिराग पासवान बीजेपी के साथ जुड़ना चाहते हैं लेकिन बीजेपी नितीश कुमार को छोड़ना नहीं चाहती.
ऐसे में चिराग पासवान किसी दूसरी पार्टी के साथ गठबंधन बनाने का विचार कर सकते हैं. इसका एक उदहारण हमें बिहार में तेजस्वी के निर्वाचन क्षेत्र राघोपुर विधानसभा सीट पर देखने को भी मिल रहा हैं. क्योंकि बीजेपी के वोट बैंक के वोट काटने के लिए LJP ने राजपूत प्रत्याशी उतार दिया हैं.
बिहार में जातीय वोटों के बहुत मायने हैं, ऐसे में उच्च जातीय वोट BJP और LJP में बट गयी तो मुस्लिम और यादव वोटों के सहारे तेजस्वी आसानी से दुबारा जीत हासिल कर लेंगे. बिहार में अगर BJP और नितीश की पार्टी के पास बहुमत न आया तो LJP इस दौरान किंग मेकर साबित हो सकती हैं. बात करे नितीश कुमार की तो उनको केवल मुख्यमंत्री बनने से मतलब होता है फिर गठबंधन चाहे किसी भी पार्टी से करना पड़े.
बस देखना यह होगा की चुनाव से पहले बीजेपी जो नितीश कुमार के साथ लड़ रही है. क्या नितीश कुमार चुनाव के बाद बीजेपी का साथ देंगे? या फिर इस चुनाव में ऐसे नतीजे निकल कर आएंगे की जिसकी कल्पना करना अभी मुमकिन नहीं.