Britain Said Mediation: पीएम नरेंद्र मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35A को खत्म करके जम्मू-कश्मीर में ऐतिहासिक फैसला लिया! मोदी सरकार के इस फैसले पर दुनिया भर के बड़े नेताओं ने प्रतिक्रिया दी! पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस फैसले का कड़ा विरोध किया! भारत में, उमर अब्दुल्ला, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती जैसे दिग्गज नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी सरकार के इस फैसले का विरोध किया! इसके बावजूद, मोदी सरकार अपने उद्देश्य में सफल रही!
एलओसी पर पाकिस्तान ने तैनात की
पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे पर कई देशों से समर्थन मांगा! लेकिन पाकिस्तान केवल निराश था! यहां तक कि अमेरिका जैसे बड़े देश ने भी पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया! इसके बाद, जब पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाया, तो पाकिस्तान का कोई समर्थन नहीं था!
संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान को शिमला समझौते की याद दिलाई! साथ ही, संयुक्त राष्ट्र ने कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता से इनकार कर दिया! ऐसे में पाकिस्तान ने एलओसी पर भारी तोपें तैनात कर दीं! इसके अग्रिम एयरबेस पर लड़ाकू विमान भी तैनात किए!
ब्रिटेन से बड़ी खबर आई
एलओसी पर तोपें तैनात होते ही पाकिस्तान के लिए एक अच्छी खबर थी! वास्तव में, अब ब्रिटेन के सांसद इवान लुईस ने ब्रिटेन सरकार से कश्मीर विवाद पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने का आग्रह किया है!
साथ ही, इवान लुईस ने कश्मीर विवाद को एक ऐतिहासिक दायित्व बताया है! ऐसे में अगर ब्रिटेन सरकार भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने को तैयार है, तो मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं!