Scientists predicted end earth began: अब लग रहा है कि कहीं वो वैज्ञानिक ठीक तो नहीं कह रहे थे। दरअसल, दुनियाभर के मीडिया में इन दिनों केन्या रिफ्ट वैली में आए क्रैक की चर्चा है। कई रिपाेर्ट्स में कहा गया है कि अफ्रीका महाद्वीप दो हिस्सों में बंटने वाला है और इसकी शुरुआत होने लगी है.
Scientists predicted end earth began
Scientist काफी साल पहले ही धरती के
हालांकि कई मीडिया ने एक्सपर्ट के आधाार पर शामिल करते हुए इसे महज अफवाह बताया है। लेकिन अचानक धरती का कई किलोमीटर हिस्सा दो हिस्से में कैसे टूट सकता है। क्या वाकई अफ्रीका महाद्वीप दो हिस्सों में टूट जाएगा ? दरअसल, ये घटना इतनी तेजी से इसलिए भी फैली, क्योंकि Scientist काफी साल पहले धरती के दो फाड़ होने की भविष्यवाणी कर चुके हैं.
यह फैलकर पतली होगी
पूर्वी अफ्रीका दरार घाटी दक्षिण में जिम्बॉब्वे की तरफ उत्तर में एडेन की खाड़ी से 3000 किलोमीटर की दूरी पर फैली हुई है। ये अफ्रीकी प्लेट को दो असमान भागों में बांटती है। जब लिथोस्फीयर हॉरिज़ॉन्टल एक्पैंडिंग फोर्स (क्षैतिज विस्तारिक बल) के नीचे होता है, तो यह फैलकर पतली होगी, जिसे भू-गर्भीय भाषा में ‘रिफ्ट’ कहते हैं। रिफ्ट होने से आखिरकार ये हिस्सा टूटेगा.
सब सोमालियाई प्लेट को दूर धकेल देगा
इथियोपिया के अफार इलाके का कुछ हिस्सा समुद्र तल से नीचे है, बस एक 20 मीटर चौड़ी जमीनी पट्टी इसको अलग करती है। जैसे-जैसे दरार फैलती जाएगी, तो समुद्र का पानी इसमें भर जाएगा। इससे एक नया समुद्र बनेगा, जो सब सोमालियाई प्लेट को दूर धकेल देगा। इस तरह सोमालिया और साउथ इथिओपिया अलग हो जाएंगे। फिर अफ्रीका बहुत छोटा हो जाएगा और हिंद महासागर बड़े द्वीप के रूप में उभरेगा.
अफ्रीका महाद्वीप के साथ भी ऐसा ही होता है
रिफ्ट्स एक महाद्वीप के टूटने की शुरुआती प्रक्रिया है. अगर ऐसा हुआ, तो एक नया महासागर बेसिन के गठन का कारण बन सकता है. इसके पहले दक्षिण अटलांटिक महासागर के साथ ऐसा हो चुका है. अब देखना होगा कि क्या अफ्रीका महाद्वीप के साथ भी ऐसा ही होता है या नहीं.
और पढ़े: सभी कंपनियों की बोलती बंद LG ने किया यह दमदार स्मार्टफोन लॉन्च क्लिक करके जाने फीचर्स..
Follow @Indiavirals