मध्य प्रदेश को हाल ही में 17 सितंबर को 8 चीतों का उपहार मिला है। नामीबिया से आने वाले चीतों से लोगों को एक ही उम्मीद है कि जब चीतों का परिवार बढ़ेगा और मप्र में भी चीतों की संख्या में इजाफा होगा। तो कुनो नेशनल पार्क से जल्द ही एक अच्छी खबर आ रही है।
जानकारी के मुताबिक पीएम ने एक मादा चीता जिसका नाम आशा रखा था। सब उम्मीद लेकर बैठे हैं। जिसके बाद अब आशा के प्रेग्नेंट होने की उम्मीद है। अब आशा ने चीतों के परिवार के बढ़ने की आस जगाई है. चीतों की देखभाल करने वालों के मुताबिक इस महीने के अंत तक आशा के गर्भवती होने की पुष्टि हो जाएगी।
आशा पहले नामीबिया के जंगल में थी। वहां उसके गर्भवती होने की संभावना है। वह पहली बार शावकों को जन्म देगी। उसे अब शांतिपूर्ण माहौल की जरूरत है। उसके बाड़े में आशा के रहने की जगह भी बनानी होगी।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अगर आशा शावकों को जन्म देती हैं तो उन्हें संभालने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ की भी जरूरत होती है. ताकि वह उनकी देखभाल कर सके। उन्होंने खुशी के साथ कहा, लेकिन चिंता भी व्यक्त की। अपने आसपास के इंसानों तक बिल्कुल न पहुंचने की सलाह दी।
आशा सहित आठ चीतों को 17 सितंबर को नामीबिया से कुनो लाया गया था। इन सभी को अब छोटे-छोटे बाड़ों में रखा गया है। एक महीने बाद इन सभी को बड़े बाड़ों में छोड़ा जाना है। अगर आशा के शावक हैं, तो उन्हें बचाने में काफी मेहनत लगेगी। जन्म के समय चीते के शावकों का वजन 250 से 450 ग्राम के बीच होता है। इनमें से 90% शावक भी समय से पहले अपनी जान गंवा देते हैं। यदि आशा 4 शावकों को जन्म देती है और इनमें से 2 भी जीवित रहती है तो यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी। फिलहाल यहां सभी 8 चीतों की हालत ठीक है। वे भैंस का मांस खा रहे हैं और अपने बाड़ों में खूब शोर मचा रहे हैं.