जिम्बाब्वे को मिला युवराज जैसा तूफानी ऑलराउंडर, मात्र 15 गेंदों में ठोक दिए 54 रन, लगाए 6 छक्के: जिम्बाब्वे ने बांग्लादेश को तीन मैचों की टी20 सीरीज के आखिरी और निर्णायक मुकाबले में 10 रन से हरा दिया है। इस जीत के साथ जिम्बाब्वे ने सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली है। जिम्बाब्वे ने इसके साथ ही इतिहास रच दिया है। क्रेग एर्विन के नेतृत्व वाली जिम्बाब्वे की टीम बांग्लादेश के खिलाफ पहला टी20 सीरीज जीतने में कामयाब हुई है। इससे पहले जिम्बाब्वे की टीम कभी भी बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज नहीं जीत सकी थी।
जिंबाब्वे द्वारा मिले 157 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की शुरूआत खराब रही। लिटन दास (13) आउट होने वाले पहले बल्लेबाज रहे। फिर परवेज हुसैन (2) आउट हो गए। जिंबाब्वे के गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर बांग्लादेश के विकेट गिराए। अफीफ हुसैन ने संघर्ष किया और 27 गेंदों में नाबाद 39 रन बनाए। बांग्लादेश को आखिरी ओवर में जीत के लिए 19 रन की दरकार थी, लेकिन वो 8 रन ही बना सकी और मुकाबला गंवा दिया। मेजबान टीम की तरफ से विक्टर न्याओची ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। ब्रेड इवांस को दो विकेट मिले। वेस्ले मधेवीर, शॉन विलियम्स और ल्यूक जोंगवे को एक-एक सफलता मिली।
इस ऑलराउंडर ने ठोका 15 गेंदों में 54 रन
बांग्लादेश के विरुद्ध खेले गए तीसरे और अंतिम टी-20 मैच में जिम्बाब्वे टीम के 28 वर्षीय ऑलराउंडर रयान बर्ल ने विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी की है। उस दौरान उन्होंने कुल 28 गेंदों का सामना किया और वो दो चौके तथा 6 गगनचुंबी छक्के की मदद से 54 रन बनाने में सफल रहे। रयान बर्ल उस मैच में भले ही 28 गेंदों का सामना किया, लेकिन 54 रन उन्होंने सिर्फ 15 गेंदों में जड़ दिए।
बांग्लादेश के खिलाफ उस मुकाबले में रयान बर्ल दो चौके और 6 गगनचुंबी छक्के की मदद से 8 गेंदों में 44 रन बनाए हैं। इसके अलावे उन्होंने तीन डबल और 4 सिंगल दौड़कर लिया। इस तरह रयान बर्ल 54 रन बनाने के लिए 28 में से सिर्फ 15 गेंदों का सहारा लिया, उसके बाद 13 गेंद उन्होंने डॉट खेली, जिस पर कोई भी रन नहीं बना।
बर्ल फटे जूते चिपकाकर खेलते थे
बता दें लायन बर्ल साल 2021 में चर्चा में आए थे. बर्ल ने ट्विटर पर एक फोटो शेयर बताया था कि उनके पास कोई स्पॉन्सर नहीं है और वो फटे जूते चिपकाकर खेलते हैं. बर्ल ने सोशल मीडिया पर गुहार लगाई कि कोई कंपनी उनकी टीम जिम्बाब्वे को प्रायोजित कर दे. इसके बाद एक बड़ी जूता कंपनी ने जिम्बाब्वे को प्रायोजित किया और पूरी टीम को बर्ल की वजह से अच्छे जूते, किट मिली.