Manoj Pahwa used to joke because of obesity, had to leave home and business for acting: 30 साल की उम्र में उन्होंने ऐक्टर बनने का फैसला किया तो पूरी दुनिया उन पर हंस रही थी। फिर भी उन्होंने सिर्फ अपनी सुनी और पिता का घर-बिजनस दोनों छोड़ दिया। ये आसान नहीं था, क्योंकि उनके ऊपर पत्नी और बच्चों की भी जिम्मेदारी थी
मनोज पाहवा का जन्म दिल्ली की एक पंजाबी फैमिली में हुआ था। जब देश का विभाजन हुआ था, तब उनके पिता पंजाब आकर बस गए थे। मनोज की पढ़ाई दिल्ली के दरियागंज में हुई।
मनोज ने ये भी बताया कि उनके एक्टिंग करियर में एक वक्त वो भी आया जब वे कॉमेडियन के टैग से परेशान हो गए थे. वे कहते हैं- मुझे जो रोल ऑफर हो रहे थे मैं उनसे परेशान हो गया था. कुछ भी सॉलिड नहीं मिल रहा था. लेकिन ये रोल मुझे करने पड़ते थे क्योंकि मुझे अपना परिवार भी चलाना था.
इसके बाद जब फिल्म आर्टिकल 15, मुल्क, दिल धड़कने दो आई तो मुझे शिफ्ट मिला. अनुभव सिन्हा ने जब मुझे मुल्क ऑफर की थी तो उन्हें मुझपर डाउट था. क्योंकि मैं कॉमेडियन था तो सीरियस रोल कर भी पाऊंगा या नहीं इसे लेकर उनकी टीम सस्पेंस में थी. लेकिन मैंने चांस लिया और देखो. मुझे आर्टिकल 15 के लिए बेस्ट एक्टर (निगेटिव रोल) का अवॉर्ड मिला.
58 साल के मनोज पाहवा ने टीवी से करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने 1996 से 2000 तक कॉमेडी सीरीज ‘जस्ट मोहब्बत’ और ‘ऑफिस ऑफिस’ में काम किया और ऑडियंस को खूब गुदगुदाया। उन्होंने ‘तेरे मेरे सपने’ से फिल्म में डेब्यू किया।
मनोज पाहवा के वर्कफ्रंट की बात करें तो उन्होंने 1996 में फिल्म तेरे मेरे सपने से डेब्यू किया था. इस मूवी में वे जासूस के रोल में दिखे थे. इसके बाद वे ढेरों मूवीज में दिखे जिनमें ताल, जोश, डरना जरूरी है, सलाम ए इश्क, वीरे दी वेडिंग जैसी मूवीज शामिल हैं.