हनी ट्रैप लूटने वाले गिरोह के 3 सदस्यों को दिल्ली ने गिरफ्तार किया है। यह गैं ग कोई बाहरी नहीं बल्कि पति-पत्नी और देवर मिलकर चलाते थे। वह तीनों लोगों को प्यार में फंसा कर ब्लैकमेल करता था। हनी ट्रैप मामले में 20 साल से फरार चल रहे पति, पत्नी और साले को कोतवाली थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
थानाध्यक्ष रोहतास सिंह ने बताया कि 15 नवंबर 2002 को जयपुर के सांगानेर निवासी सुमित राय बंगाली ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई कि प्रेम जाल में फंसकर कुछ लोगों ने मुझसे 3 लाख रुपये लिए और धम की देकर मांग कर रहे थे.
यह मामला दर्ज कर आरो पितों को गिरफ्तार कर लिया गया जिसमें कुछ आ रोपी पूर्व में पकड़े भी गए। पुलिस आरक्षक सहीराम की सूचना पर इस मामले का मुख्य आ रोपी गांव खेस्टी थाना सीकरी हॉल, दिल्ली निवासी सुजेंद्र सिंह राय सिख व उसकी पत्नी हेमा उर्फ शालू व सुजेंद्र सिंह का भाई अजमेरा सिंह राय सिख फरार है. तीनों आरो पितों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। किया गया है। आपको बता दें कि तीनों आ रोपी 20 साल से फरार चल रहे थे, लेकिन आखिरकार तीनों पुलिस की नजरों से बच नहीं पाए.