इस बात से हम सभी वाकिफ हैं कि भारत रत्न, मुखर रानी लता मंगेशकर का रविवार को निधन हो गया। लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में अंतिम सांस ली है। लता मंगेशकर करीब एक महीने से बीमार चल रही थीं। लता दीदी की उम्र को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया। तब से वह लगातार संघर्ष कर रही थी लेकिन अंत में वह जिंदगी की जं ग हार गई। लता मंगेशकर के निधन की खबर से मनोरंजन जगत में सन्नाटा पसरा हुआ है।
हम आपको बता दें कि यह बात हम सभी जानते हैं कि लता जी ने अपना पूरा जीवन अकेले ही बिताया है। ऐसा कहा जाता है कि लता ने अपने भाई-बहनों की देखभाल के लिए जीवन भर शादी नहीं करने का फैसला किया। लेकिन असली वजह ठीक इसके विपरीत है. बताते चलें कि ऐसा नहीं है कि वह शादी नहीं करना चाहती थी। उनके जीवन में भी प्यार आया और उन्होंने प्यार को जीया लेकिन वो प्यार पूरा नहीं हो सका। हम आपको हम इस लेख के जरिए इनकी खूबसूरत लव स्टोरी के बारे में बता रहे हैं।
गौरतलब है कि हम सभी जानते हैं की पहली नजर के प्यार को कभी भुलाया नहीं जा सकता। स्वरों की गायिका लता मंगेशकर के बारे में भी यही कहा जा सकता है। सुरो की मल्लिका लता जी को एक महाराजा से प्यार हो गया था। यह महाराजा कोई और नहीं बल्कि उनके भाई का मित्र था। अगर उसकी शादी हो जाती तो आज लता मंगेशकर किसी राज्य की रानी होती। शायद किस्मत को यह मंजूर नहीं था। इस मामले में खुद लता ने कभी अपनी जुबान नहीं खोली, लेकिन उनके करीबी और जानकार लोगों ने उस समय लता के प्यार के कई राज खोले थे.
सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार लता मंगेशकर डूंगरपुर राजघराने के महाराजा राज सिंह से बेहद प्यार करती थीं. दरअसल, क्रिकेट के शौक की वजह से राज और हृदयनाथ दोस्त बन गए थे और इसी दोस्ती की वजह से लता और राज की पहली मुलाकात भी हुई थी। राज जब कानून की पढ़ाई करने मुंबई आए थे तो वह भी अपने दोस्त के घर भी आए और यहां राज और लता पहली बार आमने-सामने आए। पढ़ाई से समय मिलने पर राज हमेशा अपने इस दोस्त के घर जाते थे और वहां उसकी मुलाकात लता से होती थी।
हम आपको बता दें कि राज, लता को प्यार से मिट्ठू पुकारते थे। बता दें कि 12 सितंबर 2009 को राजसिंह का देहांत हो गया था। हालांकि राज के अलावा लता मंगेशकर का नाम किसी और के साथ कभी नहीं जुड़ा। यह प्यार पूरा भी नहीं हो सका। ऐसा कहा जाता है कि राज ने अपने माता-पिता से वादा किया था कि वे आम घर की किसी भी लड़की को अपने घर की बहू नहीं बनाएंगे। राजा ने यह वचन म रते दम तक निभाया। आपको जानकर हैरानी होगी कि लता की तरह राज भी जीवन भर अविवाहित रहे। राज उम्र में भी लता दीदी से 6 वर्ष बड़े थे