मनोज कुमार हेमा मालिनी और दिलीप कुमार की फिल्म क्रांति के रिलीज हुए 41 साल पूरे होने को आए।1981 को रिलीज हुई इस फिल्म ने बॉक्सऑफिस पर तहलका मचा दिया था। इस फिल्म के डायरेक्टर मनोज कुमार थे और इसे सलीम-जावेद ने लिखा था। मीडिया रिपोर्ट्स की में तो,इस फिल्म को 80 के दशक के सबसे महंगी फिल्म कहा जाता था। 2 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने इस जमाने में 20 करोड़ रुपए की कमाई थी। फिल्म में शशि कपूर परवीन बॉबी , शत्रुघ्न सिन्हा , मदन पुरी, टॉम अल्टर, प्रेम चोपड़ा जैसे महान अभिनेता शामिल है।आपको जानकार हैरानी होगी कि फिल्म को पूरा होने में करीब 2 साल लग गए थे.
सीन के दौरान जंजीरों से बंधे थे दिलीप कुमार…
फिल्म मेकिंग के बारे में एक बहुत ही मजेदार किस्सा सामने आ रहा है,मनोज कुमार ने बताया था- दरअसल, क्रांति के एक सीन में दिलीप कुमार भारी-भरकम जंजीरों में बंधे होते हैं और उन्हें राज दरबार में पेश किया जाता है। इस सीन को फिल्माते समय बार-बार री-टेक लिया जा रहा, लेकिन सीन शूट ही नहीं हो पा रहा था। दरअसल, दिलीप साहब को भारी भरकम लोहे की जंजीरों से बांध कर लाया जा रहा था और इससे वे काफी परेशान हो रहे थे। आखिरकार झुंझलाते हुए दिलीप कुमार ने कहा था कि ये जंजीरें जो पहना रखी है पहले इसे हल्का करो। जंजीरों का बोझ सहा नहीं जा रहा।
लोहे के जंजीरों के जगह रबर के जंजीरों का किया था प्रयोग
शूटिंग के दायरान भारी भरकम लोहे के जंजीरों से उन्हे काफी दिक्कत हो रही थी। दिलीप कुमार ने कहा था कि ये जंजीरें जो पहना रखी है पहले इसे हल्का करो। जंजीरों का बोझ सहा नहीं जा रहा।डायरेक्टर मनोज कुमार ने बताया था- फिर वो दिलीप साहब की परेशानी को समझा गया और शूटिंग रोक दी गई। फिर तरकीब निकाली और लोहे की जगह रबर की जंजीरें बनवाई गई और इसे इस तरह से पेंट किया गया कि ये असली लोहे की जंजीर दिखे। इस तरह से जुगाड़ कर फिर इस सीन को फिल्माया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि,इस फिल्म की कई एक्टर एक्ट्रेस है जिन्होंने अब इस दुनिया को अलविदा कह दिया है और बाकी स्टार्स भी अब इंडस्ट्री में कम ही दिखाई देते है।