जरात के भगवानजी भाई रूपापारा ने विकल्प के तौर पर अपने गांव में 2500 मिट्टी के मटकों से बर्ड हाउस, यानी पक्षियों का घर बनाया है। अब लोग दूर-दूर से इसे देखने इनके गांव आ रहे हैं।
जिन्हें परिंदों से इतना प्रेम है कि खुद का 20 लाख रुपए खर्च कर उनके लिए घर तैयार किया है। इस घर में पक्षियों को ज्यादा सर्दी और ज्यादा गर्मी का अहसास नहीं होगा, बरसात में भी ये परिंदे नहीं भीगेंगे। दिखने में ये बर्ड हाउस शिवलिंग के आकार का है। जिसे बहुत ही बेहतर तकनीक से तैयार किया गया है। ये बिजली या चक्रवात में भी पक्षियों को सुरक्षित रखने में कारगर होगा।
गुजरात के राजकोट के नवी सांकली गांव के रहने वाले हैं। भगवानजी भाई पेशे से किसान हैं और 100 एकड़ की खेती का काम संभालते हैं। उनके दो बेटे हैं जो एग्रो कंपनी चलाते हैं। भगवानजी भाई का शुरू से ही पशु-पक्षियों की मदद करने में इंटरेस्ट रहा है।
इसके बाद उन्होंने मेहनत और खर्च की परवाह किए बिना 140 फीट लंबा और 40 फीट ऊंचा पक्षी घर तैयार कर डाला. इसमें करीब 2500 छोटे-बड़े मटके यूज किए गए हैं. उनका बनाया यह सुंदर पक्षी घर उनके छोटे से गांव की पहचान बन गया है. गर्मियों के मौसम में यहां पक्षियों को ठंडक मिलती है, वहीं बारिश में भी उन्हें भींगने की चिंता नहीं रह जाती.
पक्षियों को रोजाना करीब 50-60 किलो दाना खिलाते हैं। भगवान जी भाई ने गांव से ग्राम पंचायत से यह जमीन पक्षियों का घर बनवाने के लिए मांगा था। साल 2021 में इस घर की नींव रखी गई थी और इसे तैयार होने में पूरे एक साल का समय लगा।इस बर्ड-हाउस को पक्षियों का 5 स्टार होटल कह दें तो गलत नहीं होगा। यदि हर गांव-शहर में ऐसी सुविधा हो जाए तो विलुप्त रहे कई पक्षियों को आसानी से बचाया जा सकता है।”