FIR registered against BJP leader’s son: लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Khiri) में रविवार को हुई हिंसा में अब तक 9 लोगों की जान चली जा चुकी है. इस दौरान तिकुनिया में कवरेज के लिए गए एक पत्रकार के भी मौत हो गई हैं. वही मृतक के परिवारों से मिलने जा रहे विपक्षी नेताओं को एक के बाद एक करके हिरासत में ले लिया गया है. इसके बाद योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने लखीमपुर खीरी घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं .इस दौरान पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है यूपी सरकार ने धारा 144 का हवाला देते हुए पंजाब (Punjab) के मुख्य सचिव को पत्र लिखा और वहां के लोगों को लखीमपुर खीरी आने से रोकने का आवेदन किया है.
लखीमपुर खीरी में क्या हुआ
बता दें कि लखीमपुर जिला मुख्यालय से करीब 75 किलोमीटर दूर नेपाल की सीमा से सटे तिकुनिया गांव में हुई हिंसा और आगजनी में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. खीरी से सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का पहले से तय कार्यक्रम था. इस दौरान डिप्टी सीएम के रूट पर कुछ किसान काले झंडे लेकर खड़े थे. तभी एक काली जीप ने कुछ किसानों को टक्कर मार दी. लखीमपुर खीरी में फैली हिंसा में अब तक 9 लोगों की जान जा चुकी है.
बीजेपी सांसद के बेटे के खिलाफ एफ आई आर दर्ज
गौरतलब है कि, लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं. अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा सहित कई अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं. उन्होंने कहा कि अभी एफआईआर की कॉपी उपलब्ध नहीं हुई है इसलिए किन- किन धाराओं में मामला दर्ज हुआ है इस बारे में जानकारी नहीं है.
प्रियंका अखिलेश समेत कई बड़े विपक्षी नेता गिरफ्तार आपको
बता दें कि लखीमपुर खीरी जा रहे सभी विपक्षी नेताओं को रोका गया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ से लखीमपुर जाने से रोक दिया जिसके बाद अखिलेश सड़क पर ही धरने पर बैठ गए बाद में उन्हें और मुख्य महासचिव रामगोपाल यादव को हिरासत में ले लिया गया वहीं दूसरी ओर लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश करने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के मुखिया शिवपाल सिंह यादव को भी हिरासत में ले लिया गया.