“Why Yogis Call Me Abba Jaan He Should Call Me Papa”: अभी हाल ही में असदुद्दीन ओवैसी (Owaisi) ने राकेश टिकैत के चाचा जान वाले बयान पर पलटवार करते हुए खुद को गरीबों का अब्बा बताया है. बता दें कि यूपी में अगले साल चुनाव होने वाले हैं. सारी पार्टियां अपनी एड़ी चोटी का जोर लगाने में भिड़ चुकी है. सीएम योगी की अब्बा जान वाली टिप्पणी के बाद कई नेता इसी तरह का बयान देने में लगे हुए हैं. कोई चाचाजान कह रहा है तो कोई अपने आप को गरीब का अब्बा बता रहा है.
हमला बोला इस दौरान ओवैसी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि,“लोग मुझे ‘चाचा जान’ कह रहे हैं. मैं उन लोगों का पिता हूं, जो उत्तर प्रदेश में गरीब और कमजोर हैं, उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं. मैं उन लोगों का भाई हूं जो पीड़ित और उत्पीड़ित महिलाएं हैं. अगर कमजोर का साथ देना मुझे ‘अब्बा’ बना देता है, तो मैं उनका ‘अब्बा’ हूं.”
अपने सभा को संबोधित करने के दौरान ओवैसी ने सपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को हिंदू वोट नहीं मिला तो वह हार गए. मेरे ऊपर ध्रुवीकरण का आरोप लगाते हैं. वह कहते हैं कि अतीक अहमद को पार्टी में क्यों शामिल किया? क्या प्रज्ञा ठाकुर दूध की धूली हैं? योगी आदित्यनाथ (Yogi) पर भी केस दर्ज है.
साथ ही साथ अब्बा जान वाले बयान पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा कि वे अब्बा जान कहते हैं बताओ, कितने मुस्लिमों को अनाज का कार्ड मिला कितना बीपीएल में है. आज भी राज्य में 54% मुस्लिम गरीब हैं. बता दें कि इससे पहले भी ओवैसी ने अब्बा जान वाले बयान को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी पर तंज कसा और कहा कि योगी अब्बा जान क्यों कहते हैं उन्हें तो पिताजी कहना चाहिए था. अब्बा जान, पिताजी और चाचा जान की रेस में अब कौन जीतेगा यह आने वाला समय ही बताएगा.