BJP government will set up a university in the name of: अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश से एक चौका देने वाली खबर सामने आई है. उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को इलेक्शन में हराने वाले जाट राजा के नाम पर विश्वविद्यालय की नींव रखने वाले हैं. गौरतलब है कि 14 सितंबर को वह राजा महेंद्र प्रताप सिंह (Mahendra Pratap Singh) के नाम पर विश्वविद्यालय की नींव रखेंगे. 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस मोदी सरकार के द्वारा जाटों को खुश करने का चुनावी दांव माना जा रहा है. बता दें कि किसान आंदोलन की वजह से इस बार पश्चिमी यूपी में भाजपा के विरोध में माहौल बन रहा है. यहां जाटों की बड़ी आबादी है.
सूत्रों के मुताबिक यह फैसला भी तब लिया गया है जब किसान आंदोलन के माध्यम से जाट और मुसलमान एक साथ आते दिख रहे हैं और अगले साल विधानसभा के चुनाव सर पर हैं. बता दें कि साल 2013 में मुजफ्फरनगर में दंगे हुए थे और तब इन दोनों के बीच काफी दूरियां आ गई थीं, जिसका फायदा भी भाजपा को मिला था. उस समय जाट पूरी तरह भाजपा के पक्ष में दिखायी दे रहा था.
वहीं दूसरी ओर बात करें राजा महेंद्र प्रताप सिंह की जिनके नाम पर यूनिवर्सिटी की नींव रखी जानी है तो उन्होंने साल 1957 में लोकसभा के चुनाव में मथुरा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी. वहीं उनके सामने अटल बिहारी वाजपेयी थे जो कि जनसंघ के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे. उन्हें उस समय बुरी हार का सामना करना पड़ा था.
रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया, ‘अफगानिस्तान में भारत की अंतरिम सरकार के गठन का ऐलान करने वाले राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम से बनाई जाएगी यूनिवर्सिटी.’ गौरतलब है कि सन 1915 में राजा ने ब्रिटिश सरकार का विरोध किया था और अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान कर दिया था. राजा महेंद्र प्रताप सिंह मुरसान के राजा थे. वही भाजपा का यह भी कहना है कि उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को जमीन दान की थी लेकिन उन्हें सम्मान नहीं दिया गया.