MLA leaving BJP and joining Trinamool Congress: कुछ दिनों से पश्चिम बंगाल मैं एक दिलचस्प घटना देखने को मिल रही है. वहां विधानसभा चुनावों के बाद से बीजेपी (BJP) छोड़कर नेताओं के जाने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में एक और नाम शामिल हो चुका है. सोमवार को बिष्णुपुर से बीजेपी के विधायक तन्मय घोष (Tanmay Ghos), तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. TMC ज्वाइन करते ही उन्होंने बीजेपी पर धावा बोलते हुए कहा कि जांच एजेंसियों के जरिए भाजपा लोगों के अधिकार छीन रही है. साथ ही साथ उन्होंने कहा कि मैं सभी पार्टी के नेताओं से ममता बनर्जी का समर्थन करने की अपील करता हूं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तन्मय ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से कुछ दिनों पहले ही टीएमसी छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था.
तन्मय घोष ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में विकास की धारा बह रही है, सभी नेता एक दूसरे का हाथ पकड़ बंगाल को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएं. उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी प्रतिशोधात्मक राजनीति करते हुए जनतांत्रिक अधिकारों में हस्तक्षेप कर रही है. बकौल तन्मय, मैंने पार्टी छोड़कर अपना विरोध दर्ज कराया है. इसके साथ साथ 2021 के विधानसभा चुनावों में तन्मय घोष ने AITC की प्रत्याशी अर्चिता बिड को 11 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी थी.
बता दें कि विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही टीएमसी उन नेताओं की वापसी करवा रही है, जिन्होंने पार्टी छोड़ दी थी. रविवार को शुभ्रा घोष भी टीएमसी में शामिल हुई थीं. शुभ्रा, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पत्नी की बहन हैं. उनके पति सौमन मित्रा कांग्रेस पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रमुख दिलीप घोष ने तन्मय घोष के वापस टीएमसी में जाने पर अपना बयान दिया है कि उन्होंने डर के कारण यह फैसला लिया है. दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी के लोग काफी दिनों से उसके पीछे पड़े थे, जिसके कारण वह डर गए थे. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों वह हमारी पार्टी में शामिल हुए थे, उसके बाद टीएमसी के नेताओं ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी थी. उन्हें इस तरह डराया जा रहा था कि आखिर में उन्होंने वापस जाने का ही फैसला कर लिया.