Narendra Modi will never be able to become like Sonia: भारत के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad yadav) अपने बयानबाजी और चुटकुलों के जरिए अक्सर ही सुर्खियों में बने रहते हैं. लालू प्रसाद यादव अपने विपक्षियों पर हंसी मजाक के अंदाज में तंज कसते नजर आते हैं. खराब स्वास्थ्य के कारण लालू कैसे बयान सुनने को मिल नहीं रहे हैं पर फिर भी ट्विटर के माध्यम से वह अपनी बात पर लोगों तक पहुंचाते रहते हैं. बताते चलें कि एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने पीएम मोदी के लिए कहा था कि वह सोनिया गांधी की तरह कभी नहीं बन सकते.
बता दे की लालू प्रसाद यादव नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की नीतियों पर भी जमकर हमला बोलते रहते थे. आजतक न्यूज़ चैनल के एक कार्यक्रम के दौरान एंकर के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा था कि मोदी जी की एक उपलब्धि यह है कि उन्होंने मंत्रियों के निगरानी के लिए आरएसएस को बैठा रखा है. उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी की सरकार त्रिमूर्ति की सरकार है.
इसी दौरान एंकर ने उनके जवाब पर सवाल पूछा था कि आपकी भी सरकार थी तो उस समय सोनिया गांधी के हाथ में रिमोट कंट्रोल था? एंकर के सवाल पर लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि सोनिया गांधी का कोई मुकाबला करेगा. एंकर ने उनको टोकते हुए पूछा था कि उन्होंने चुनाव जीता है. इसपर लालू ने कहा था कि जीतना – हारना अलग बात होती है, सोनिया गांधी जैसे वह कभी नहीं बन पाएंगे. इसके बाद एंकर ने बिहार को लेकर सवाल पूछना शुरु कर दिया।
बिहार पर सवाल पूछने पर उन्होंने भड़कते हुए कहा था कि इसके लिए दूसरी दुकान लगाओ. लालू प्रसाद यादव ने नरेंद्र मोदी पर एक बार आरोप लगाते हुए कहा था कि, ‘ हमारे देश के जैसा इस दुनिया में कोई देश नहीं है. अभी देश के सामने में अजेंडा संप्रदायिकता है. ऐसे कट्टरपंथी आदमी को ठोक – ठोक कर बड़े – बड़े कारपोरेट हाउस और अंतरराष्ट्रीय शक्तियां प्रधानमंत्री बनाने की कोशिश कर रही हैं.’
बता दें कि, उन्होंने एक बार अपने ट्वीट के जरिए पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि मोदी कहते हैं मेरा क्या? झोला उठाकर चल दूंगा. लेकिन यह नहीं बताया कि इस अदृश्य झोले में अंबानी, अडानी के अलावा और कौन-कौन से झोल – झमेले भरे हुए हैं. चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी अक्सर अपने कुर्ते के पॉकेट पर बीजेपी का चुनाव चिन्ह लगाकर भाषण देते हुए दिखाई देते हैं. इस पर भी लालू प्रसाद यादव ने तंज कसते हुए ट्वीट किया था कि देश में ऐसा पीएम नहीं देखा जो सीने पर अपनी पार्टी का चिन्ह चिपका धर्म और जाति की बात कर देशवासियों की भावनाएं भड़काने का काम करता हो.