Broke Asia’s dominance in badmintonLटोक्यो ओलम्पिक (Olympic) 2020 में डेनमार्क के विक्टर एक्सलसन ने बैडमिंटन में पुरुष एकल का गोल्ड मेडल जीता . वे चीन के डिफेंडिंग चैंपियन चेन लॉन्ग को 21-15, 21-12 से सीधे गेमों में हराते हुए पहली बार ओलिंपिक चैंपियन बने.
गौरतलब है कि 1996 के बाद पुरुष एकल का गोल्ड जीतने वाले वह पहले गैर एशियाई खिलाड़ी हैं. 1996 अटलांटा ओलिंपिक में डेनमार्क (Denmark) के ही पॉल एरिक हॉयर लार्सन ने गोल्ड जीता था. एशियाई खिलाड़ियों के दबदबे वाले इस खेल में विक्टर एक्सलसन की कामयाबी उल्लेखनीय है. वे अभी जापान (Japan) के केंटो मोमोटा के बाद वर्ल्ड रैंकिंग में दूसरे नंबर पर हैं. ओलिंपिक गोल्ड जीतने के बाद विक्टर एक्सलसन खुशी के मारे रोने लगे. उन्हें खुद को संभालने में थोड़ा वक्त लगा.
बताते चले कि विक्टर एक्सलसन की जीत के कुछ देर बाद ही उन्हें डेनमार्क के युवराज फ्रेडरिक का फोन उन्हें आया. इस बारे में उन्होंने बताया, उन्होंने अभी मुझे बताया कि उन्हें काफी अच्छा लगा और उन्हें पता है कि मैंने यहां तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है. उन्होंने बधाई भी दी. टोक्यो ओलिंपिक खेलों के दौरान एक्सलसन ने एक भी गेम नहीं गंवाया. पांच साल पहले रियो ओलिंपिक में उन्होंने कांस्य पदक जीता था. एक्सलसन से हारने वाले चेन लॉन्ग वर्ल्ड रैंकिंग में छठे नंबर पर हैं. रियों में चेन लॉन्ग ने ही सेमीफाइनल में एक्सलसन को हराया था. इस तरह अबकी बार बाजी पलट गई.
मैच खत्म होने के बाद एक्सलसन ने चेन लॉन्ग के साथ अपनी जर्सी एक्सचेंज की. खेलों में ऐसा अपने प्रतिद्वंदी के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए किया जाता है. विक्टर एक्सलसन चेन लॉन्ग को अपनी प्रेरणा मानते हैं. वहीं हार के साथ ही चीनी खिलाड़ी के हाथ से लिन डेन की तरह लगातार दो ओलिंपिक मेडल जीतने का मौका निकल गया. लिन डेन भी चीन से ही हैं और महानतम बैडमिंटन खिलाड़ी माने जाते हैं. चेन लॉन्ग 32 साल के हो चुके हैं और टोक्यो ओलिंपिक की शुरुआत से पहले उन्हें बहुत कम लोगों ने जीत का दावेदार माना था.
टोक्यो ओलिंपिक 2020 में पुरुष एकल का कांस्य पदक इंडोनेशिया के एंथनी सिनिसुका गिंटिंग को मिला. उन्होंने 59वीं रैंकिंग के ग्वाटेमाला के खिलाड़ी केविन कॉर्डन को 21-11, 21-13 से शिकस्त दी.