इस समय देश भर में निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म जो कि कश्मीर पर बनाई गई है उसका जमकर बोलबाला हो रहा है वहीं हर किसी को यह फिल्म पसंद भी आई है वही फिल्म का ना तो कोई बड़ा बजट दिखाई दिया है और ना ही इसमें कोई बड़ा स्टार है लेकिन अगर बॉक्स ऑफिस की बात करें तो इस फिल्म ने जबरदस्त कलेक्शन किया है और यह लगातार अभी भी जा रही है वहीं इस फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की पत्नी पल्लवी जोशी ने भी प्रोफेसर राधिका मेनन का किरदार निभाया है!
इसके अलावा बता दें कि इस फिल्म में अभिनेता अनुपम खेर मिथुन चक्रवर्ती दर्शन कुमार जैसे बड़े कलाकार तो नहीं लेकिन कलाकार नजर आ रहे हैं और इस बीच बताने जा रहे हैं कि विवेक अग्निहोत्री और पल्लवी जोशी की प्रेम कहानी के बारे में तो कैसे इनके रिश्ते की शुरुआत हुई और कैसे निकाल सकता शादी के मुकाम तक पहुंच गया?
बता दे कि पल्लवी जोशी बॉलीवुड में कई फिल्मों में अभी तक काम भी कर चुकी हैं जिसमें द मेकिंग ऑफ द महात्मा और सूरज का सातवां घोड़ा जैसी फिल्में शामिल हैं वहीं विवेक अग्निहोत्री से उनकी पहली मुलाकात कंसल्ट के दौरान हुई थी लेकिन वह मुलाकात में विवेक अग्निहोत्री को नापसंद कर बैठी थी और वही एक इंटरव्यू के दौरान पल्लवी जोशी ने अपने पति व अग्निहोत्री से हुई पहली मुलाकात के बारे में बात करते हुए बताया था कि हम 90 के दशक में एक कॉन्सर्ट में मिले थे हम पहले से एक दूसरे को नहीं जाना करते थे लेकिन एक बात हम दोनों में बहुत ही कोमल थी कि वह यह थी कि हम कॉन्सर्ट में हम दोनों ही बोर हो गए थे!
वह इसके बाद से ही दोनों के बीच दोस्ती का रिश्ता शुरू हो गया और धीरे-धीरे से फिर इन दोनों की दोस्ती के बीच प्यार की शुरुआत भी हो गई ऐसे में इन दोनों को मालूम भी नहीं चला और उन्होंने करीब 3 साल तक एक दूसरे को डेट भी किया और इसके बाद 28 जून साल 1997 को इन्होंने शादी करने का फैसला लिया और शादी के बाद उनके घर में 2 बच्चों का जन्म हुआ जिनमें उनका एक बेटा और एक बेटी भी है!
वही पल्लवी ने बताया है कि मैंने सोचा था कि एक विज्ञापन मैन होने के नाते वह उन लोगों में से एक हो सकता है वही विवेक ने सोचा कि मैं फिल्मी हो सकती हूं लेकिन जैसे-जैसे सर बीता चला गया हम एक दूसरे को जानते लग गए और इससे पहले कि हम जानते थे कि हम प्यार में थे हम प्रोफेशनल और व्यक्तिगत रूप से कुछ सुधारों पर जुड़ गए!
वही शादी कैसे रिश्ते पर बात करते हुए पल्लवी जोशी का कहना था कि मुझे लगता है कि एक सफल शादी की कुंजी अपने साथी की पूर्ण स्वीकृति है आपको अपने साथी की सकारात्मक और नकारात्मक बातों को पूरी तरीके से स्वीकार करना होगा एक और महत्वपूर्ण गुण अपने साथी और विवाह पर अत्यधिक विश्वास है जो कि किसी भी विवाह की आधारशिला होता है वही विकास के लिए एक दूसरे को स्थान दें क्योंकि हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं जहां दोनों पति पत्नी के जीवन लक्ष्य होते हैं!