खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद देश के सबसे संवेदनशील क्षेत्र में से एक जम्मू (Jammu) में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान (Pakistan) समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद लश्कर-ए-तैयबा द्वारा जम्मू में सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए मंदिरों पर हमले की योजना बना रहे हैं. जिसके चलते शहर भर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
सूत्रों के अनुसार आतंकवादी आगामी 5 अगस्त को जम्मू में मंदिरों को निशाना बनाने का प्रयास कर सकते हैं. गौरतलब है कि 2 साल पहले 5 अगस्त के दिन ही अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त कर दिया गया था, अतः इसे इस तरह देखा जा रहा है कि आतंकी संगठन 5 अगस्त को बम ब्लास्ट करके उसके प्रति अपना विरोध तथा सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश करेंगे. आने वाले 15 अगस्त को भी किसी कट्टरपंथी संगठन द्वारा हमले की योजना बनाई जा सकती है.
सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि हाल ही में ड्रोन द्वारा आईडी गिराने की तीन घटनाओं के बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन अपने आतंकवादियों के जरिए मंदिर के पास भीड़-भाड़ वाली जगह पर विस्फोटक लगाने की कोशिश कर रहे हैं.
फिर नजर आया ड्रोन
जम्मू कश्मीर के सांबा जिले पर बृहस्पतिवार की रात को अंधेरे में फिर से तीन अलग-अलग स्थान पर 3 पाकिस्तानी ड्रोन दिखाई दिए. सुरक्षा बलों की ओर से फायरिंग किए जाने के बाद यह ड्रोन गायब हो गए. बताया जा रहा है कि यह बृहस्पतिवार की रात को करीब 8:30 बजे बारी-ब्राह्मण , चिलाद्या और गंगवाल इलाकों में एक ही समय पर देखे गए हैं .
लगभग सप्ताह भर पहले पुलिस ने पास के सीमावर्ती इलाके में 5 किलोग्राम आईडी सामग्री ले जा रहे ड्रोन को मार गिराया था. इससे पहले बीते जून में जम्मू एयरफोर्स स्टेशन के पास ड्रोन से विस्फोट किया गया था. इसमें भी पाकिस्तानी आतंकी संगठनों का हाथ बताया गया था. इसमें प्रेशर फ्यूज तकनीक का इस्तेमाल किया गया था. सुरक्षा बलों का कहना है कि इस तकनीक के इस्तेमाल में आतंकवादी संगठनों की मदद पाकिस्तानी सेना एवं आईएसआई ने की थी.