चीन (China) की कम्युनिस्ट पार्टी के 100 साल पूर्ण होने पर चीनी दूतावास की तरफ से आयोजित शताब्दी समारोह में वामदलों के बड़े नेता शामिल हुए. इस आयोजन में सीपीआई के डी राजा, लोक सभा एमपी एस. सेंथिल कुमार, और फॉरवर्ड ब्लॉक के जी देवराजन शामिल हुए. यह कार्यक्रम चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के 100 साल पूरे होने के मौके पर हुआ.
चीनी दूतावास (China Embassy) ने अपने भाषण में भारत चीन से संबंधित विभिन्न विषयों पर बात की. डू शियाओलिन ने दावा किया कि हमारी से लड़ने के लिए विस्तृत मात्रा में मदद की है. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि चीनी कंपनियों के कर्मचारियों ने ओवरटाइम काम करके वुहान वायरस से लड़ने के लिए भारत की जरूरतों को पूरा किया.
उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों को मतभेदों का प्रबंधन की आवश्यकता है, उन्होंने पिछले साल भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गलवान घाटी में हुए झड़प की भी बात की. उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत एवं चीन बॉर्डर पर गलवान घाटी में जो हुआ बहुत ही स्पष्ट है कि उसमें क्या गलत और क्या सही है.
उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने राजनयिक और सैन्य चैनल के माध्यम से संचार बनाए रखा है.
उन्होंने आगे कहा कि मतभेदों को बढ़ाने से समस्याओं को हल करने में मदद नहीं मिलती है और केवल आपसी विश्वास का आधार नष्ट होता है ऐसा करने से यह मतभेदों को और कठिन और जटिल बना देगा.
उन्होंने आगे कहा कि हमें सीमा मुद्दा को द्विपक्षीय स्थिति में रखना चाहिए तथा बातचीत और परामर्श के माध्यम से एक निष्पक्ष और पारस्परिक रूप में स्वीकार समाधान की तलाश करनी चाहिए. अंतिम समाधान तक दोनों पक्षों को संयुक्त रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखनी चाहिए.
गौरतलब है कि 1 जुलाई को CPC के 100 साल पूरे होने पर वामपंथी आउटलेट ‘द हिंदू’ ने एक विस्तृत आर्टिकल प्रकाशित किया था. येचुरी सहित तमाम नेताओं ने उस दिन चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को बधाई दी थी.