कर्नाटक राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की कुर्सी भले ही आखिरकार खतरे में क्यों ना हो लेकिन उनको ना केवल लिंगायत धर्म गुरुओं का समर्थन मिल रहा है बल्कि विपक्षी विधायकों का भी समर्थन मिल रहा है! कांग्रेस के दो लिंगायत विधायक एमबी पाटील और एस शिव शंकररप्पा के एक बयान जारी कर बीजेपी नेतृत्व पर लिंग आयतों के सबसे बड़े नेता येदुरप्पा को अपमानित करने का आरोप लगाया है हालांकि उन्होंने इसे निजी बयान बताते हुए कहा कि इससे कांग्रेस पार्टी का तो कोई लेना-देना ही नहीं!
वहीं दूसरी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री के आवास पर भगवाधारी लिंगायत धर्म गुरुओं का जमावड़ा लग गया है! लिंगायत के सबसे बड़े धर्म गुरु सिद्धलिंगास्वामी समर्थ 50 धर्मगुरु कर्नाटक के कोने-कोने से अब येदयुरप्पा को दे चुके हैं! उन्होंने बीजेपी को यह दुरापक को मुख्यमंत्री पद से ना हटाने की चेतावनी दी है!
लिंगायत समुदाय कर्नाटक का सबसे बड़ा और प्रभावशाली समूह है पिछले सप्ताह ही येदियुरप्पा दिल्ली आकर पार्टी नेतृत्व से परामर्श कर बंगलुरु वापस चले गए थे उनका कहना था कि उनसे इस्तीफा देने को नहीं कहा गया बल्कि उन्हें पार्टी मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गई है जबकि पार्टी सूत्रों के अनुसार 78 वर्ष के हो चुके येदियुरप्पा से अब कुर्सी खाली करने के लिए दिया गया है!
ऐसे में कर्नाटक के मुख्यमंत्री 25 जुलाई को दोबारा दिल्ली आने वाले हैं यहां से बेंगलुरु जाते समय मुख्यमंत्री का कहना था कि वह पार्टी को मजबूत करने की कार्य योजना बनाकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को देंगे एचडी कुमारस्वामी को हटाकर मुख्यमंत्री बने येदियुरप्पा वर्तमान कार्यकाल के 2 वर्ष 26 जुलाई को पूरे कर लेंगे कर्नाटक में अगला विधानसभा चुनाव अप्रैल 2023 में होना है!