Kejriwal’s lousy politics, did not compensate the late warrior doctors: देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना की दूसरी लहर को के दौरान मौत का जो त्राहिमाम देखा था वह मंजर शायद ही किसी और राज्य ने देखा होगा. हजारों लोगों ने अपनी जान गवा दी. किसी को अस्पताल (Hospital) में बेड नहीं मिला तो किसी को ऑक्सीजन परिवार के परिवार उजड़ गए.
सूत्रों के अनुसार कोरोना कि दूसरी लहर में देश के करीब 1493 डॉक्टरों ने भी अपनी जान गवा दी. जिनमें से सिर्फ अकेले दिल्ली के 128 डॉक्टर (Doctor) शामिल हैं. गौरतलब है कि उस दौरान दिल्ली के सीएम साहब अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कोरोना योद्धाओं को एक करोड़ देने की घोषणा की थी. लेकिन अब तक यह राशि केवल डॉक्टर अनस मुजाहिद के परिवार को ही दी गई. बाकी दिवंगत डॉक्टरों का परिवार तो बस केजरीवाल और मुआवजे का ही इंतजार कर रहा है.
लेकिन इस बीच अब केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कोरोनावायरस से जान गवाने वाले डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए भारत रत्न की मांग कर दी है. गौरतलब है कि रविवार को लिखे पत्र में केजरीवाल ने कहा है,‘महामारी के समय हेल्थकेयर वर्कर्स ने जिस तरह देश की सेवा की है, उसे भुलाया नहीं जा सकता, इसलिए पूरी हेल्थकेयर कम्युनिटी को सम्मानित किया जाना चाहिए. मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि इस साल का ‘भारत रत्न’ डॉक्टरों को दिया जाए. उन्हें सम्मानित करने का इससे अच्छा कोई और तरीका नहीं हो सकता.’
वहीं दूसरी ओर इस पूरे मामले पर बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि,‘श्रीमान झूठ केजरीवाल, आशा है आप लगातार झूठ बोल रहे होंगे। दिल्ली के सभी डॉक्टर जो कोविड जंग में दिवंगत हो गए, उनको आप जल्दी अपनी घोषणा के अनुसार एक करोड़ रुपये देंगे. झूठ बोलते रहना, क्योंकि सच बोलने से आपके पेट में दर्द हो जाएगा. आपका बिल्कुल भी अपना नहीं, प्रवेश.’
ध्यान देने वाली बात यह है कि जिस तरह से आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कभी ऑक्सीजन तो कभी वैक्सीन को लेकर घटिया राजनीति कर रहे हैं उनसे उम्मीद भी क्या की जा सकती है. अब तो केजरीवाल ने जिस तरह से ऑक्सीजन की डिमांड को लेकर देश के सामने झूठ बोला उससे साफ है कि केजरीवाल के लिए सियासत सबसे ऊपर है भले ही उसके लिए उन्हें किसी भी हद तक जाना पड़े.