जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के इंडियन एयर फोर्स के टेक्निकल एरिया में ड्रोन हमले ने सबको चौंका दिया है. जहां पर यह हमला हुआ था उसी के आसपास फाइटर जेट, हॉस्पिटल और काफी भीड़ मौजूद थी. वहीं दूसरी तरफ इस हमले को लेकर कई लोग इंडियन इंटेलिजेंस और इंडियन एयर फोर्स की काफी आलोचना कर रहे हैं.
ध्यान देने वाली बात यह है कि जिस ड्रोन से हमला हुआ था वह काफी कम ऊंचाई पर उड़ रहा था जिसकी वजह से उसे रडार पर पकड़ नहीं पाए. ऐसे केस में किसी भी सेना को इंसानों पर ही निर्भर रहना पड़ता है. और यह हमला रात के समय हुआ था इसलिए इसे पकड़ पाना काफी मुश्किल भरा काम था. मगर इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि भारतीय सरकार और सेना ऐसे हमलों को भगवान के भरोसे ही छोड़ देंगे.
इस घटना के बाद भारतीय सरकार एक ऐसा एंटी ड्रोन सिस्टम खरीदने जा रही है जिसको मैनुअल तरीके से ऑपरेट करके एसॉल्ट राइफल पर सेट किया जाता है. भारत सरकार इस तकनीक को अपने मित्र देश इजराइल (Israel) से खरीद रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार इमरजेंसी में इजराइल से दो हजार से ज्यादा ऐसे ड्रोन खरीदने जा रही है. गौरतलब है कि इस तकनीक का आर्डर भारत सरकार ने पिछले साल ही दे दिया था मगर अब इससे ज्यादा मात्रा में भारतीय वायु सेना और भारतीय थल सेना के लिए खरीदा जा सकता है.
इस ड्रोन का नाम SMASH 2000+ है. इस ड्रोन से किसी भी कम ऊंचाई पर उड़ने वाले ड्रोन पर निशाना साध कर उसे खत्म किया जा सकता है. इसे हाथों से चलाया जा सकता है. इसे लक्ष्य पर लॉक करके चलाया जाता है. वही कीमत की बात की जाए तो एक राइफल की कीमत लगभग 10 लाख से 15 लाख तक हो सकती है.
इन राइफल की खरीदारी को जहां तक हो सके गोपनीय रखा गया है. इसराइल ने एक बार फिर से अपने दोस्त भारत की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है और ऐसी इमारत तकनीक भारत को देने जा रहा है जिससे पाकिस्तान और चीन अपने मंसूबों पर भविष्य में कामयाब नहीं हो सकते.