पिछले साल से दिल्ली सीमा पर कथित किसान आंदोलन के स्वयंभू नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को दिल्ली पर हमले की धमकी दी है. राकेश टिकैत ने चुनौती दी कि वह जानता है कि दिल्ली को कैसे ठीक किया जाए क्योंकि दिल्ली ट्रैक्टर के बिना विश्वास नहीं करेगी। तथाकथित ‘अन्नदाता’ के लंबे समय से चल रहे आंदोलन ने पहले 26 जून, 2021 को दिल्ली की फिर से घुसपैठ की बात कही थी। इसके चलते दिल्ली की सीमाओं पर भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
बता दें कि 26 जून की सुबह दिल्ली पुलिस द्वारा राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की झूठी खबर किसान एकता मोर्चा के ट्विटर हैंडल से फैलाई गई. इस मामले में पूर्वी दिल्ली के डीसीपी और गाजियाबाद पुलिस के ट्विटर हैंडल ने भी इसे फेक न्यूज बताते हुए इस खबर को फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. बाद में दिन में, किसानों ने चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर केंद्र शासित प्रदेश में प्रवेश करने की कोशिश की। ये लोग कृषि कानून को वापस लेने के लिए राज्यपाल को ज्ञापन देने पर तुले थे। इसलिए उनके साथ मारपीट की गई।
#WATCH | Farmers broke through barricades at Chandigarh-Mohali (Punjab) border to enter the Union Territory to submit a memorandum to Governor seeking repeal of farm laws pic.twitter.com/bXiK9qlUso
— ANI (@ANI) June 26, 2021
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि गिरफ्तार किए गए उनके पदाधिकारियों को या तो तिहाड़ भेजा जाए या राज्यपाल से मुलाकात की जाए. टिकैत ने केंद्र सरकार को चुनौती दी और दिल्ली पर फिर से मार्च करने की बात कही. उनका कहना है कि हम आगे बताएँगे कि दिल्ली का क्या इलाज करना है। दिल्ली बगैर ट्रैक्टर के नहीं मानती। लड़ाई कहाँ होगी स्थान और समय क्या होगा यह तय करके बड़ी क्रान्ति की जाएगी।
हमारे जिन पदाधिकारियों को पकड़ा हैं उन्हें या तो तिहाड़ जेल भेजो या फिर राज्यपाल से इनकी मुलाकात कराओ। हम आगे बताएंगे कि दिल्ली का क्या इलाज करना है। दिल्ली बगैर ट्रैक्टर के नहीं मानती है। लड़ाई कहां होगी, स्थान और समय क्या होगा यह तय कर बड़ी क्राांति होगी: किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/bfPyJlbih6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2021
किसान नेता द्वारा संसद को घेरे जाने की भी बात कही गई उन्होंने कहा: “संसद तो किसानों का अस्पताल है। वहाँ हमारा इलाज होगा। हमें पता है कि किसानों का इलाज एम्स से अच्छा संसद में होता है। हम अपना इलाज वहीं कराएँगे। जब भी दिल्ली जाएँगे हम संसद में जाएँगे।”
संसद तो किसानों का अस्पताल हैं। वहां हमारा इलाज होगा। हमें पता चला हैं कि किसानों का इलाज एम्स से अच्छा तो संसद में होता है। हम अपना इलाज वहां कराएंगे। जब भी दिल्ली जाएंगे हम संसद में जाएंगे: किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/U1tNvLBacK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2021