उत्तर प्रदेश ATS द्वारा धर्मांतरण की फैक्ट्री चला रहे दो इस्लामिक मौलानाओं की गिरफ्तारी के बाद एक तरफ जहां हिंदू समाज आक्रोशित है तो वहीं अखाड़ा परिषद भी चिंतित हो उठा है. संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने धर्मांतरण जिहाद मामले को गंभीरता से लिया है. अखाड़ा परिषद का कहना है कि सभी अखाड़ों से जुड़े संतों को ऐसी पहल के लिए आह्वान किया जाएगा कि वह मतांतरण करने वालों को ‘घर वापसी’ के लिए प्रेरित करें.
अखाड़ा परिषद से जुड़े संत मतांतरण करने वाले लोगों और उनके स्वजनों से संपर्क करेंगे. जरूरत पडऩे पर अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी भी उनसे मिलने जाएंगे. अखाड़ा परिषद, जुलाई में गुरु पूर्णिमा से पहले बैठक बुलाकर इस मसले पर विस्तृत मंथन करेगा. इसमें 13 अखाड़ों के महात्मा हिंदुओं को एकजुट रखने तथा धार्मिक गतिविधियां बढ़ाने का खाका तैयार करेंगे. यह किन परिस्थितियों में हो रहा है, कमी कहां है, इसकी समीक्षा की जाएगी.
इस बारे में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि लालच व भय दिखाकर मतांतरण कराया जा रहा है. आखिर हिंदू ही दूसरे धर्म के प्रति क्यों आकर्षित हो रहा है? यह चिंतनीय है. जिस धर्म को हिंदू अपना रहे हैैं, उसमें भी लोग अशिक्षित, बेरोजगार तथा असंस्कारित हैं. वह दूसरों का हित कैसे करेंगे? सनातन मतावलंबियों को यह बताने समझाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अभी हमारा जोर मतांतरण करने वालों की घर वापसी पर है, हम इस दिशा में सक्रिय हैैं.
महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि देशभर के हिंदू संगठन अपनी सक्रियता बढ़ाएं. उन्होंने कहा कि संगठन के पदाधिकारी मतांतरण पर नजर रखें. दूसरा धर्म अपनाने वाले हिंदुओं की ससम्मान वापसी कराने की पहल करें. जरूरत पड़ी तो परिषद उनकी मदद के लिए तैयार है. वहीं जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक और अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि ने कहा कि हिंदुओं का मतांतरण रुकवाना प्राथमिकता है, इसके लिए जो भी संभव होगा, हम जरूर करेंगे.
वहीं अखाड़ा परिषद ने उत्तर प्रदेश के भगवाधारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में अपना भरोसा जताया है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रहते प्रदेश में सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाने का कुचक्र सफल नहीं होगा. उनको भरोसा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऐसे लोगों को कड़ी सजा देकर देश भर में बड़ा संदेश देंगे. संत समाज इसमें उनके साथ है. उन्होंने कहा कि अखाडा परिषद धर्मरक्षा के लिए जो भी संभव होगा, करेगा तथा धर्म के लिए काम करने वालों का साथ देगा.