महाराष्ट्र राज्य के अंदर पिछले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़कर शिवसेना पार्टी में एनसीपी और कांग्रेस के साथ महागठबंधन करके सत्ता बनाई! ऐसे में तभी से ही सवाल उठने लग गए थे कि क्या महाराष्ट्र के अंदर महा विकास आघाडी गठबंधन चल सकता है या नहीं क्योंकि शिवसेना की विचारधारा और कांग्रेस पार्टी की विचारधारा में जमीन आसमान का फर्क है? हालांकि जिस प्रकार के सवाल उठ रहे थे उस प्रकार की बातें भी सुनने में आ रही है कुछ ना कुछ इस गठबंधन के बीच मनमुटाव चलता ही रहता है!
उद्धव ठाकरे का दो टूक में जवाब
ऐसा ही कुछ इस बार भी देखने को मिला है जब कांग्रेस पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है! दरअसल शनिवार को शिवसेना के 55 वें स्थापना दिवस पर उद्धव ठाकरे का कहना है कि खुद के दम पर चुनाव लड़ने की बात करोगे तो लोग चप्पल से मारेंगे, जिसके अंदर तलवार उठाने की ताकत नहीं और अपने दम पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं! हालांकि, महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने इस भाषण के दौरान किसी भी पार्टी का नाम तो नहीं लिया परंतु सियासी गलियारों में तो इस बयान को इस संदर्भ में लिया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने इशारों ही इशारों में कांग्रेस पार्टी को हद में रहने की बात कह दी है!
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष: जनता तय करेगी किसे चप्पल मारेगी
वही इस बीच कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले की ओर से भी बयान आया है! जिनका कहना है कि यह साफ नहीं है कि उद्धव ठाकरे ने यह बात किस के संदर्भ में कही है! हालांकि यदि कहीं हैं तो हमारे पास इसका भी जवाब तैयार है वैसे किसी के भी कुछ कहने से कुछ नहीं होता है यह तो जनता पर निर्भर होता है कि वह इसको चप्पल मारेगी? दरअसल कांग्रेस पार्टी की ओर से नाना पटोले का ही बयान आया था जिसके अंदर उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी स्थानीय स्तर और अन्य छोटे चुनाव अपने दम पर ही लड़ेगी!
संजय राउत: शिवसेना ने अपने दम पर जंग लड़ी है
वहीं दूसरी ओर रविवार को यानी कि 20 जून को इस मामले को लेकर शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने भी पत्रकारों से बातचीत की है और इस मामले पर कहा है कि कल पार्टी का 55 वां स्थापना दिवस था महाराष्ट्र के अंदर अकेले चुनाव लड़ने की बात कर रहे लोगों से मुख्यमंत्री और हमारी पार्टी के मुखिया ने साफ कह दिया है कि यदि वह ऐसा करेंगे तो हम क्या करेंगे क्या हम बैठे रहेंगे जिन्हें अपने दम पर लड़ना है वह चुनाव लड़ ले! वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि शिवसेना ने अपने दम पर सियासी जंग लड़ी हैं चुनावों के दौरान गठजोड़ हो सकते हैं पर लड़ाई अपने दम पर ही लड़ी जाती हैं फिर चाहे वह महाराष्ट्र के गौरव से जुड़ा हुआ मामला हो या फिर शिवसेना की मौजूदगी का! यदि हमे उसके लिए लड़ना पड़ेगा तो हम लड़ेंगे!