ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख अशोक दिन ओवैसी का कहना है कि बीजेपी चाहती है कि मोदी सरकार के खिलाफ कोई भी ट्वीट ना किया जाए आज तक पर गाजियाबाद केस को लेकर डिबेट के दौरान एंकर और पत्रकार अंजना ओम कश्यप ने ओवैसी से काफी तीखे सवाल पूछे. इस दौरान अंजना ने सवाल किया कि ‘ओवैसी जी तो आप यह कह रहे हैं कि ट्विटर भी अल्पसंख्यक है क्या? आप कह रहे हैं कि सिर्फ अल्पसंख्यकों के खिलाफ ही केस दर्ज कराया है? सरकार में तो क्या ट्विटर काम की धर्म इस्लाम है क्या? ट्विटर पर भी केस हैं?’
इन सवालों का ओवैसी ने जवाब देते हुए कहा कि,’मैं ट्विटर के बात नहीं कह रहा ट्विटर का कोई धर्म नहीं होता, मगर यह सरकार चाहती है कि ट्विटर को उनके रंग में रंग कर उसे अपने जेब में रखें. यह काम सरकार नहीं कर पा रही है. हम यह पूछना चाह रहे हैं कि जो आपने एफ आई आर दर्ज की उन लोगों पर 3 नेशनल न्यूज़ इंग्लिश न्यूज़ पेपर में भी वही रिपोर्ट तैयार की. एक बड़ी न्यूज़ वेबसाइट ने भी इसे तैयार किया है. इसमें आपको कोई दिक्कत नहीं है.
इस पर अंजना ओम कश्यप ने अपना तर्क रखते हुए कहा कि, ‘पॉइंट नॉटेड. लेकिन तफ्तीश तो पुलिस जिनके साथ यह मामला हुआ है जो खुद ही कह रहे हैं कि पुलिस पर हमें भरोसा है. जो कुछ भी हुआ है उस पर उन्होंने जानकारी दे दी है. आप इस सवाल का जवाब दीजिए . बात ट्विटर पर आती है जब पालघर लीचिंग हुआ उसके बाद उस वीडियो को जितने लोगों ने ट्वीट किया. उस वीडियो को मैंने भी डाला था. ट्विटर ने सारे हैंडल से उस वीडियो को हटवाया जो कि सही खबर थी. जो कि फेक वीडियो नहीं थी. ऑथेंटिक ट्रू वीडियो था .उसे हटवा दिया और जिस वीडियो की कोई तकलीफ नहीं हुई है उसे आप कह रहे हैं कि उसे ऑथेंटिक मान लिया जाए तो फिर ट्विटर का भी दोहरा चरित्र है ना.
अंजना ओम कश्यप ने आगे सवाल डालते हुए पूछा कि,’ क्या इस तरह की आजादी अमेरिका में बैठे लोगों और उनकी पूरी एजेंसी को दी जा सकती है कि वह भारत के कानून पर हंसते और इस तरह से उनका मजाक उड़ाते फिरे.’ इस सवाल का जवाब देते हुए ओवैसी ने कहा कि,’मैडम मैं आपको सिर्फ एक ही बात बता रहा हूं अमेरिका में ट्विटर पर वहां की सरकार ने इस तरह के रूल्स नहीं बनाए जो मोदी सरकार ने यहां बनाए हैं.’
आगे जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि,’ मैंने एक ट्वीट किया तो दिल्ली की स्पेशल सेल पुलिस जो टेररिज्म को देखती है ट्विटर के ऑफिस चली गई. हमारा बोलना यह है कि सरकार ने रूल्स बनाकर भारत के संविधान के खिलाफ काम किया है. मुथुस्वामी जजमेंट के खिलाफ काम किया है और यह चाहते हैं कि ट्विटर इन्हें भी प्रजेंट करें और इनके मुद्दे दबा दें. ट्विटर इनके खिलाफ यूज ना किया जा सके.’
फिर उन्होंने आगे कहा कि,’मुझे अगर ट्विटर से कभी मेल आता है तो कहते हैं कि हमें गवर्मेंट ऑफ इंडिया से मिला है कि आपने फला ट्वीट किया मगर हम कुछ नहीं कर रहे हैं. आपको बता रहे हैं या तो आप इस पर एक्शन ले लीजिए. इसी दौरान ओवैसी ने सरकार से भी सवाल पूछते हुए कहा कि. ‘मैं मोदी सरकार से पूछना चाहता हूं कि आप खुलकर बताइए ना अगर मैंने कुछ ऐसा टि्वटर पर डाला है तो क्यों नहीं बताते हैं.’ ओवैसी के ऐसा कहने के बाद अंजना ओम कश्यप कहती हैं आपने मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया.