पंजाब कांग्रेस में आंतरिक टकराव इस कदर बढ़ गई है कि कांग्रेस हाईकमान के पास पेश होने के बाद भी आरोप-प्रत्यारोप का दांव पेच जारी है. तो इसी भेदभाव के बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ का बयान आया है. उन्होंने कहा कि यदि मेरे अध्यक्ष पद छोड़ने से कांग्रेस मजबूत होती है तो हाईकमान को आज ही ऐसा कर देना चाहिए.
आगे उन्होंने कहा कि,’ वह पार्टी को मजबूत करने के प्रयास में रोड़ा नहीं बनना चाहते.’ इसके आगे उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रदेश कांग्रेस में संभावित बदलाव को लेकर 7 महीने पहले ही हाईकमान को अवगत कराया करवा दिया था. फिर उन्होंने कहा,’ हाईकमान को 3 मेंबर्स वाली कमेटी की रिपोर्ट पर जल्द फैसला दे देना चाहिए. इस फैसले से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है.’ इसके आगे उन्होंने यह भी कहा कि सरकार से नाराज चल रहे नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) को सम्मानजनक पद दिया जाना चाहिए.
विधायक और नेता बंद करें बयानबाजी; रावत
कांग्रेस पार्टी के विधायकों और नेताओं की बयानबाजी को लेकर प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने फिर से पंजाब के कांग्रेस नेताओं को चेतावनी दी है. जानकारी के मुताबिक रावत आगामी दो-तीन दिनों में कि उन्हें एक दूसरे को लेकर बयानबाजी बंद करनी होगी. अगर ऐसा नहीं हुआ तो. हाईकमान उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी. दूसरी तरफ दिल्ली स्थित पार्टी ऑफिस में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) के नजदीकी भी लगातार संपर्क बनाए हुए हैं.
अध्यक्ष पद के लिए यह नेता…
गौरतलब है कि एक मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पीपीसीसी अध्यक्ष बदलने की अटकलों के बीच सांसद मनीष तिवारी, प्रताप सिंह बाजवा और अमृतसर से विधायक राजकुमार वेरका के नाम की चर्चा काफी जोर पकड़ चुकी है, जानकारी के मुताबिक अगर अध्यक्ष पद में बदलाव होता है तो दलित चेहरे के रूप में विधायक राजकुमार वेरका चयनित हो सकते हैं. तो वही नवजोत सिंह सिद्धू को अध्यक्ष पद के लिए जाने पर कैप्टन अमरिंदर पहले से ही विरोध कर चुके हैं इसलिए उन्हें यह पद मिलना मुश्किल है.