इस कोरोना के दौर में भी उत्तर प्रदेश पर निवेशकों का भरोसा टूटा नहीं है और इस आपदा काल में भी यूपी को 66000 करोड रुपए के 96 निवेशक प्रस्ताव मिलते हैं. इनमें से लगभग 18 निवेशकों की 16000 करोड़ रुपए की निवेश परियोजनाओं के लिए जमीन आवंटित भी हो चुकी है.
रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह कह दिया है कि सभी औपचारिकताएं जितनी जल्दी हो सके पूरी की जाए और परियोजनाओं का क्रियान्वयन भी सुनिश्चित किया जाए. इसके साथ साथ सीएम योगी ने संबंधित विभागों को निवेशकों के साथ लगातार संपर्क में रहने और उनके निवेश के क्षेत्र में संबंधित नीति के अनुसार उन्हें सब्सिडी है सहित हर संभव मदद प्रदान करने को कहा है.
रोजगार का दायरा बढ़ेगा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक उच्च स्तरीय बैठक में इन निवेशकों के कार्यों के क्रियान्वयन को लेकर बातें की हैं. अभी देश में कोविड-19 की चुनौतीपूर्ण स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने निवेशकों को अनुकूल परिस्थिति मुहैया कराने का विश्वास दिलाया है. औद्योगिक विकास को गति देने और रोजगार का दायरा बढ़ाने के लिए उन्होंने इन प्रस्तावों को समय पर शुरू करने का निर्देश दिया है.गौरतलब है कि इन निवेश से उत्तर प्रदेश में काफी हद तक बेरोजगारी की समस्या कम होगी. इससे वहां के युवाओं को रोजगार मिलेगा.
डेडिकेटेड हेल्पडेस्क (Dedicated Help Desk) को रखा जाए सक्रिय
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के साथ सभी सावधानियां बरतें हुए उत्तर प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों को संचालित किया जा रहा है. यह भी हिदायत दी है कि निवेशकों से लगातार संपर्क बनाए जाए और नए-नए निवेशकों से भी संपर्क साधे जाएं. इन निवेशकों की सुविधा के लिए पिछले साल अप्रैल में स्थापित की गई डेडीकेटेड हेल्प डेस्क (Dedicated Help Desk) को उन्होंने पूरी सक्रियता से संचालित करने को कहा है.