इस्लामाबाद
गाजापट्टी में सक्रिय हमास (Hamas) के आतंकियों को पाकिस्तानी सेना ट्रेनिंग दे रहे हैं. इस बात का खुलासा हाल ही में पाकिस्तान (Pakistan) के वरिष्ठ नेता और पूर्व राजनयिक राजा जफर उल हक ने खुद किया है. उन्होंने कहा कि,’ पाकिस्तानी सेना बहुत पहले से ही हमास के लड़ाकों को ट्रेनिंग दे रही है, जो अब भी जारी है.’ इतना ही नहीं, कहा तो यहां तक भी जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना की स्पेशल कमांडो यूनिट एसएसजी (SSG) एक बटालियन इस ट्रेनिंग को चलाने के लिए गाजा में कई साल पहले से ही तैनात हैं.
पाकिस्तानी नेता ने कबूला हमास के साथ संबंध
इसके आगे राजा जफर उल हक ने कहा कि,’ जब मैं ट्यूनीशिया गया था तो वहां अबू जिहाद से मुझे मिलवाया गया. उन्होंने कहा कि जब कभी इजरायल के साथ लड़ाई होती है, जंग होती है या झाड़प होती हैं तो सबसे ज्यादा लड़ने वाले वह होते हैं जिन्होंने पाकिस्तान के अंदर मिली मिलिट्री ट्रेनिंग से परिपक्वता हासिल की है. यहां पर उनकी मिलिट्री ट्रेनिंग हुई, होती रहती है जो आगे भी होती रहेगी.’ अबू जिहाद गाजा मैं सक्रिय फतह पार्टी के संस्थापक थे.
इजराइल को मान्यता नहीं देता है पाकिस्तान
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने आज तक इजरायल को एक देश के रूप में मान्यता नहीं दिया है. जिसका प्रमुख कारण धर्म है. उस समय के अरब देशों की देखा देखी पाकिस्तान ने भी धर्म को आधार बनाकर इजराइल को मान्यता देने से साफ इनकार कर दिया था. यही वजह है कि कोई भी पाकिस्तानी अपने पासपोर्ट पर इजराइल की यात्रा नहीं कर सकता है. ध्यान देने वाली बात यह है कि, पाकिस्तानी पासपोर्ट पर भी लिखा होता है कि यह दस्तावेज इजराइल को छोड़कर पूरे दुनिया में इस्तेमाल के लिए वैद्य है.
फिलिस्तीन को मदद भेज रहा पाकिस्तान
गौरतलब है कि इजरायल और फिलिस्तीन की लड़ाई के बीच पाकिस्तान में खासा गुस्सा देखने को मिल रहा था. वहां के राजनेता और धार्मिक पाटिया ही नहीं, बल्कि बहुत बड़ी संख्या में आम जनता ने भी इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन किया था. इमरान खान कि कैबिनेट ने तो एक मीटिंग में फिलीस्तीन को मदद देने का भी फैसला किया था.