पॉपुलर रैपर और सिंगर यो यो हनी सिंह 39 साल के हो गए हैं। 15 मार्च 1983 को पंजाब के होशियारपुर में जन्मे हनी सिंह प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में रहे हैं। कुछ साल पहले हनी सिंह को ड्रग एडिक्शन की वजह से बाइपोलर डिसऑर्डर (एक तरह की बीमारी) हो गई थी। हनी सिंह ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि कुछ साल पहले मैंने शराब पीना शुरू किया था। मैं रात को सो नहीं पाया, जिससे मेरी बीमारी और बढ़ गई।
कुछ साल पहले हनी सिंह के रिहैब सेंटर में इलाज कराने की भी खबरें आई थीं, जिसे बाद में खुद हनी सिंह ने गलत बताया था। हनी सिंह ने कहा था- सच तो यह है कि मैं बाइपोलर डिसऑर्डर से जूझ रहा था। यह सब डेढ़ साल तक चला। हनी सिंह के मुताबिक, बीमारी के दौरान मैंने चार डॉक्टर बदले। दवाएं मेरे लिए काम नहीं कर रही थीं। मेरे साथ अजीब चीजें हो रही थीं। बाइपोलर डिसऑर्डर के साथ-साथ मैं शराब की लत का शिकार हो गई। मुझे लगा जैसे मैं बर्बादी की ओर जा रहा हूं।
आपको बता दें कि बाइपोलर डिसऑर्डर एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति डिप्रेशन या मानसिक विकार का शिकार हो जाता है। इसमें मरीज कई हफ्तों या महीनों तक मानसिक रूप से परेशान रहता है। बाइपोलर डिसऑर्डर में मरीज का मूड पल-पल बदलता रहता है। कभी वह बहुत खुश होता है, कभी परेशान होता है तो कभी मरीज डिप्रेशन में भी चला जाता है। अधिकांश मानसिक विकारों की तरह बाइपोलर डिसऑर्डर भी अलग-अलग आकार और आकार का होता है, जिसके कारण डॉक्टरों को हनी सिंह की बीमारी के निदान में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
कई बार डॉक्टर बीमारी के सही लक्षण नहीं पकड़ पाते। यही वजह रही कि हनी सिंह को एक नहीं बल्कि चार बार डॉक्टर बदलना पड़ा। यो यो सिंह के मामले में उन्हें कई महीनों से दवाएं नहीं सूझ रही थीं, जिससे वह हताशा का शिकार हो रहे थे। बाद में डॉक्टरों की एक टीम ने उनकी बीमारी का सही निदान कर इलाज शुरू किया और धीरे-धीरे हनी सिंह इस विकार से उबरने में कामयाब रहे।