इस महीने में करीब ऐसा दूसरी बार देखने को मिला है जब गाजियाबाद के डासना स्थित शिव शक्ति पीठ के महंत नसों में सरस्वती सुर्खियों में छाए हैं बुधवार को खबर सामने आ रही है कि एक बार फिर से उन को मा रने का प्रयास किया गया है सेवादारों को जब इस बात का शक हुआ तो उन्होंने इन दोनों लोगों की तलाशी शुरू कर दी है जो कि परिसर में घूम रहे थे! उनके पास तीन सर्जि कल ब्लेड एवं कुछ आप त्तिजनक दवाई बरामद की गई है!
वहीं दूसरी और बहन की अर्थी सरस्वती ने इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि मंदिर के अंदर पुलिस की तरफ से एक गार्ड की तैनाती रहती हैं दोनों युवक रात के 9:00 बजे परिसर में घूम रहे थे महंत ने आगे बताया कि दोनों ने मंदिर के प्रमुख द्वार के बाहर एंट्री रजिस्टर में अपना नाम डॉ विपुल विजयवर्गीय नागपुर और काशी गुप्ता के रूप में कराया है उस समय महंत सरस्वती मंदिर में मौजूद नहीं थे!
वह एक चैनल की लाइव डिबेट में हिस्सा लेने गए थे! उनके अनुयायी अनिल यादव ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है! पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया है! अपना नाम विपुल विजयवर्गीय बताने वाले ने बताया कि वह एक डॉक्टर है और मरीजों के इलाज के लिए ब्लेड का इस्तेमाल करता है! काशिफ ने पूछताछ में बताया कि फेसबुक के जरिए उसकी विपुल से दोस्ती थी और फिर फोन पर बात होने लगी!
एक बार फिर से डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या का प्रयास किया गया और यह पाकिस्तान में नहीं बल्कि भारत में हो रहा है जो संविधान और कानून से चलता है और जहाँ आज भी 78% हिंदू हैं🤔
बार बार हत्या के प्रयास से स्पष्ट है कि आप यति जी से खुली बहस करने से डरते हैं
— Ashwini Upadhyay (@AshwiniUpadhyay) June 3, 2021
वह इस दोस्ती का मकसद नहीं बता सके! उन्होंने कहा कि विपुल कुछ दिनों के लिए गाजियाबाद आए थे और उन्हें डासना के मंदिर के दर्शन करने थे, इसलिए वह उन्हें यहां लाए थे! काशिफ गाजियाबाद के संजयनगर का रहने वाला है! महंत यति नरसिम्हनन्द सरस्वती ने आ रोप लगाया है कि दोनों आ रोपी किसी न किसी जि हादी संग ठन से ताल्लुक रखते हैं और उन्हें मा रने के लिए भेजा गया था!