इजराइल की राजनीति में महीनों से चल रही उठापटक के बाद विरोधी दल के नेता येर लापिद (Yair Lapid) ने कहा है कि वह गठबंधन की सरकार बनाकर संसद में अपना बहुमत प्रस्तुत कर सकते हैं। इसके चलते वर्तमान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सत्ता से त्यागपत्र देना पड़ सकता है।
दरअसल अप्रैल माह में हुए आम चुनावों में इजराइल कि प्रधानमंत्री की गद्दी का कोई परिणाम नहीं निकला था। वर्तमान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड पार्टी भी संसद में अपना बहुमत साबित कर पाने में असमर्थ रही। इसके बाद इजराइली राष्ट्रपति ने दो विपक्षी पार्टियों के प्रमुख, येर लापिद एवं नफताली बेनेट से मुलाकात कर इन दोनों पार्टी प्रमुखों को चार हफ्तों के ही भीतर संसद में बहुमत साबित करने का कार्य सौंपा था। येश अतीद पार्टी प्रमुख येर लापिद ने बृहस्पतिवार (3 जून, 2021) को ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी साझा की कि वे इजराइली संसद में बहुमत सिद्ध करने को तैयार हैं। उन्होंने तथा नफताली बेनेत ने गठबंधन सरकार बना कर 2-2 वर्ष प्रधानमंत्री की गद्दी पर बैठने का निर्णय लिया है।
ट्वीट करते हुए येर लापिद ने कहा, “मैं राज्य के राष्ट्रपति रूबेन (रूबी) रिवलिन के सम्मान में घोषणा करता हूँ कि मैं सरकार को एकजुट करने के काम को पूरा करने में सफल रहा हूँ। मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि यह सरकार, जिन्होंने इसे वोट दिया है और जिन्होंने नहीं भी दिया है, सभी इजराइली नागरिकों के सेवा में कार्य करेगी। यह सरकार अपने विरोधियों का सम्मान करेगी और इजराइली समाज के सभी हिस्सों को एकजुट करने और जोड़ने के लिए अपनी शक्ति अनुसार सब कुछ करेगी।”
הודעתי כעת לכבוד נשיא המדינה, ראובן (רובי) ריבלין, כי עלה בידי לסיים בהצלחה את מלאכת הרכבת הממשלה.
אני מתחייב, כי הממשלה הזו תעבוד בשירותם של כלל אזרחי ישראל, אלה שהצביעו עבורה ואלו שלא. היא תכבד את מתנגדיה ותעשה ככל שביכולתה לאחד ולחבר בין כל חלקי החברה הישראלית.— יאיר לפיד – Yair Lapid (@yairlapid) June 2, 2021
बता दें कि येर लापिद की येश अतीद पार्टी सेक्युलर-सेंट्रिस्ट पार्टी होने की छवि रखती है। बहुमत साबित करने के लापिद आठ अलग-अलग राजनीतिक दलों को जोड़कर लाए हैं। इनमें कुछ वामदल भी हैं जो फिलिस्तीन की आज़ादी का समर्थन करते हैं तथा कुछ ऐसी पार्टियाँ भी हैं जो फिलिस्तीनियों के विरोध में रहती हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस प्रकार की सरकार कितने समय सफल राज कर पाने में सक्षम रहती है। वर्तमान प्रधानमंत्री नेतन्याहू द्वारा इस विषय में अभी तक कोई जानकारी साझा नहीं की गई है। नए गठबंधन की शर्तों के तहत, बेनेट को सितंबर, 2023 तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करना है। इसके बाद लापिद उनकी जगह लेंगे और नेसेट का कार्यकाल खत्म होने तक यानि, नवंबर, 2025 तक इस पद पर रहेंगे।