अलीगढ़ (Aligarh) जनपद के जमालपुर स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम निहा खान (ANM Niha Khan) द्वारा नफरत, द्वेष और साजिश के तहत सिर्फ सुई चुभाकर वैक्सीन लोडेड सिरिंज कूड़ेदान में फेंकने के आपराधिक कृत्य की उच्च स्तरीय जांच शुरू हो गई है. इसे दौरान नेहा खान का एक ऑडियो सामने आया है, जिसमें वह नासिर बेगुना कर्मचारियों को फसाने बल्कि साथियों पर झूठ बोलने का दबाव बताती भी सुनी जा रही है.
ऑडियो में झूठ बोलने का दबाव बनाते नीहा खान
इस ऑडियो में नेहा खान को सोनम नाम की एक स्वास्थ्यकर्मी से बातचीत करते हुए सुना जा रहा है. बातचीत करते समय नीहा खान सोनम पर झूठ बोलने का दबाव बना रही हैं और इसके साथ-साथ बेगुनाह पर सारा आरोप चढ़ने की कोशिश कर रही हैं. हालांकि, स्वास्थ्य कर्मी सोनम उसका साथ देने से सरासर मना कर देती हैं. लेकिन इसके बावजूद नीहा खान सोनम पर बार-बार दबाव बनाती हुई नजर आ रही है.
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इस दौरान नीहा खान कहती है कि,’ जब हम तीनों एक मुंह हो जाएंगे तो कोई किसी का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा.बस आप सिर्फ इतना कह देना कि हमने अपना काम सही किया, हमें नहीं मालूम क्या हुआ है, क्या नहीं हुआ है. आप कहना है कि हम लोग ट्रेंड लोग हैं कोई अनट्रेंड नहीं है. 20 सिरिंज का ही क्यों चक्कर पड़ रहा है, आप ये कहना. निहा खान की इस बात पर सोनम जवाब देती है कि,’मैं किस आधार पर ये झूठ बोलूं, मेरी आंखों के सामने की बात है, सारी बात मैडम के सामने हुई है तो मैं इस चीज को कैसे झूठ बोल दूं.
इसके बाद निहा खान फार्मासिस्ट अरविंद पर गुस्सा निकालते हुए कहती है कि, मैडम के कहने के बावजूद उसने दोबारा शिकायत कर दी. इस पर स्वास्थ्य कर्मी सोनम कहती है कि देखो जिसने भी ऐसा किया है उसे पता है कि क्या हुआ है. इस पर निहा खान कहती है कि जब पूरा मामला शांत हो गया था तो इसने मामला उजागर की ही क्यों किया? इसके बाद निहा खान दोबारा दबाव बनाते हुए कहती है कि आप बस इतना कहना कि हमने अपना काम सही करा, हमें नहीं पता क्या हुआ क्या नहीं हुआ.
इस मामले की उच्चस्तरीय जांच शुरू
गौरतलब है कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच शुरू हो चुकी है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आपराधिक मानसिकता, नफरत की भावना और वैक्सीनेशन अभियान को नुकसान पहुंचाने के लिए निहा खान ने यह घिनौना कृत्य किया है. इस घटना के बाद सभी जिलों में वैक्सीनेशन सेंटर पर ऐसी आपराधिक मानसिकता वालों से एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
वही दूसरी तरफ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ आरफिन जेहरा के खिलाफ भी इस कुकृत्य को छुपाने के लिए जांच शुरू हो चुकी हैं. एक स्वास्थ्य कर्मी रविंद्र शर्मा के बताने के बावजूद भी डॉ आरफिन जेहरा ने निहा खान को बचाने की कोशिश की थी.