वर्तमान में भारत मैं एक प्रोपेगेंडा चल रहा है जिसके अंतर्गत कोविड कार को मुद्दा बनाकर वामपंथी विचारधारा द्वारा पीएम मोदी और भारत की छवि को खराब करने की नकारात्मक कोशिश की जा रही है. वहीं दूसरी और बहुत सारे न्यूज़ चैनल सीधा-साधा प्रधानमंत्री की आलोचना करने से बिल्कुल भी गुरेज नहीं खाते.
गौरतलब है कि ऐसा ही एक मामला कन्नड़ न्यूज़ चैनल में देखा गया है, जा न्यूज़ चैनल के मालिक अपने आंकड़ों पर सरकार की आलोचना करने के लिए दबाव बना रहे हैं. लेकिन एक राष्ट्रवादी पत्रकार से यह सब देखा ना गया और उसने इसके लिए साफ मना कर दिया.
ध्यान देने की बात यह है कि एक कन्नड़ न्यूज़ चैनल ‘टीवी 5′ में 5 साल से न्यूज़ एंकर के रूप में नौकरी कर रही श्रीलक्ष्मी (Shree Laxmi) पर न्यूज़ चैनल के मालिक ने खामखा प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करने के लिए दबाव बनाया. एंकर लक्ष्मी ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया. उन्होंने कहा कि,’ मैं मंदिर का प्रसाद खा कर जी लूंगी परंतु कठिन समय में देश का साथ दूंगी.’ मना करने के बाद से बढ़ते दबाव के कारण श्री लक्ष्मी को अपनी नौकरी छोड़नी पड़ी.
ध्यान देने वाली बात यह है कि इस सोशल मीडिया पर काफी सारी बातें हो रही है कि महामारी के समय में वामपंथी विचारधारा से प्रभावित कई न्यूज़ चैनल खबरों के सकारात्मक पहलुओं को छोड़कर इनके नकारात्मक वालों को समाज को दिखा कर सरकार को चारों तरफ से घेरने का प्रयास कर रही हैं. इसी वजह से मीडिया हाउस अपने पत्रकारों और न्यूज़ एंकर पर सरकार को चाहो और से घेरने और दर्शक को गलत खबरों के प्रसारण का दबाव बना रहे हैं.
परंतु इसी दौर में कुछ ऐसा भी पत्रकार हैं जो अपने राष्ट्रवाद और कर्तव्य निष्ठा की वजह से मीडिया हाउस के बाहर निकाले जा चुके हैं.
अपनी नौकरी खो देना और बड़े-बड़े चैनलों से बाहर निकाले जाने के बाद भी इन पत्रकारों ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार के ऊपर अपने भड़ास निकालते रहे हैं.