पाकिस्तान से भारत आए हिंदू शरणार्थी की जान भारत में नहीं बच पा रही है. राजस्थान की अशोक गहलोत की सरकार द्वारा पाक विस्थापित हिंदुओं को रचना मिल पाने के कारण 12 लोगों की मौत हो चुकी है.
राजस्थान हाईकोर्ट में पाक विस्थापित हिंदुओं के लिए संघर्ष करने वाले सीमांत लोग के संगठन में याचिका दायर की है. 13 मई को दायर इस याचिका का संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने गलत सरकार से शुक्रवार 27 मई तक जवाब मांगा है.
सीमांत लोक संगठन के अध्यक्ष हिंदू सिंह सोढा ने बताया कि,’ हमने महामारी की दूसरी लहर के दौरान पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों के टीकाकरण के अधिकार और आजीविका की सुरक्षा की मांग करते हुए एक याचिका दायर की है’.
आगे उन्होंने कहा कि टीकाकरण पर केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के बिना भिखारियों, घर और घुमंतू जनजातियों आदि के लिए वैक्सीन लगाने का प्रावधान है, हमारे देश में सुरक्षित आश्रय लेने वाले पाकिस्तानी हिंदुओं को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार अब तक तय नहीं कर पा रही है कि बिना आधार कार्ड के इन्हें किस श्रेणी में रखकर वैक्सीनेशन किया गया.
अभी प्रवासियों ने पीएम मोदी से अपने यात्रा दस्तावेज के आधार पर टीका लगाने की गुहार की है. इन प्रवासियों की एक बहुत बड़ी आबादी अभी नागरिकता का इंतजार कर रही हैं. आधार कार्ड तभी बनता है जब भारत का नागरिक हो.
ऐसी स्थिति में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले राजस्थान के जयपुर में देखने को मिले हैं.इस मामले में जोधपुर पूरे प्रदेश में दूसरा स्थान पर आता है. जोधपुर में अब तक संक्रमण के 110599 मामले सामने आए हैं जिनमें 1039 लोगों की मौत हो चुकी है.
राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में हिंदू शरणार्थी भी बड़ी संख्या में करना संक्रमण से ग्रसित हो चुके हैं. उनका कहना है कि वैक्सीन केंद्रों पर उनसे आधार कार्ड मांगा जा रहा है.
आधार कार्ड के अभाव में उनको वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है. इतनी बड़ी तादाद में मौत से इन बस्तियों में डर का माहौल बना हुआ है.
इस संगठन के अध्यक्ष हिंदू सिंह चौहान का कहना है कि जिला कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से लेकर राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों तक विस्थापितों की पीड़ा पहुंचाई गई लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकला.
उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भी चिट्ठी लिखा और अब तक कोई हल ना निकला. किस कारण उन्हें हाईकोर्ट की शरण लेनी पड़ी. गौरतलब है कि राजस्थान का जोधपुर जिला देश में पाकिस्तानी प्रवासियों का सबसे बड़ा केंद्र. जोधपुर में पाकिस्तानी प्रवासियों के करीब 21 कॉलोनियां हैं जो महामारी का दंश झेल रही हैं.