इस साल का 26 जनवरी यानी कि गणतंत्र दिवस आखिरकार कौन बोल सकता है क्योंकि इस दिन ट्रैक्टर परेड के नाम पर देश की राजधानी दिल्ली में जमकर उत्पात मचाया गया! वही लाल किले पर हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कुछ दिन पहले तिस हजारी कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई थी! पुलिस ने 3224 पेज की चार्जसीट में बड़ा खुलासा किया और कहां की लाल किले पर हुई हिंसा को अचानक नहीं कहा जा सकता क्योंकि यह पहले से ही नियोजित थी! इस पूरे मामले को लेकर पहले से ही तैयारी की जा रही थी प्लान बनाया गया था! वहीं दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में यह भी बताया है कि किसान लाल किले को अपना नया प्रोटेस्ट साइज बनाना चाहते थे! दिल्ली पुलिस की इस चार्जशीट पर अदालत शुक्रवार को सुनवाई कर सकता है!
दिल्ली पुलिस का दावा है कि लाल किले पर हुई हिंसा सोची समझी साजिश थी और इसके लिए पहले से ही तैयारियां की जा रही थी किसान पहले से ही उस रास्ते पर गए ताकि वहां पर हंगामा हो सके उनका मकसद लाल किले पर अपना कब्जा जमाना था और वहां पर धरना देकर वह लोग किसी कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे! पुलिस ने यह भी दावा किया है कि जानबूझकर बुजुर्ग किसानों को भीड़ में शामिल किया गया था ताकि पुलिस कड़ी कार्यवाही ना कर सके और लाल किले पर कब्जा करना आसान हो जाए! पुलिस ने कहा है कि किसानों ने घंटों तक लाल किले को बंधक बनाया था!
दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में बताया गया है कि लाल किले की प्राचीर पर लगे तिरंगे को उतारकर वहा साहब और किसान झंडा फहराने वाले आरोपियों को मोटी रकम भी देने का वादा किया गया था! दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किए गए एक आरोपी की बेटी के इंस्पेक्टर कॉल को भी चार्जशीट में शामिल किया गया, आरोपी की बेटी बोल रही है कि ऐसा करने पर पापा को 5000000 मिलने वाले हैं!
दिल्ली पुलिस के अनुसार लाल किले पर हुई हिंसा की साजिश नवंबर दिसंबर 2020 से ही रची जा रही थी और इसके लिए बड़े पैमाने पर पंजाब और हरियाणा में ट्रैक्टर भी खरीदे गए थे! दिल्ली पुलिस ने पंजाब में फायदा ट्रैक्टर की भर्ती के डाटा को भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया है!