इजरायली सेना ने रविवार को फिलिस्तीन के गाजा पट्टी शहर में बड़े पैमाने पर मिसाइल हमला किया और हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख याह्या सिनवार के घर को उड़ा दिया। याह्या सिनवार गाजा में फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास का सबसे बड़ा नेता है। इजरायली सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल हिदाई ज़िल्बरमैन ने बताया कि सिनवार अपने समूह के अन्य नेताओं के साथ संभवतः घर में छिपे हुए थे। सिनवार पर इजरायली सैनिकों के अपहरण और हत्या के कई गंभीर आरोप हैं। आइए जानते हैं कौन हैं सिंवर…
इस्राइली हमले में याह्या सिनवार मारा गया या बच गया, इसकी पुष्टि होना अभी बाकी है। 2015 में याह्या को अमेरिका ने आतंकवादी घोषित किया था। याह्या ने फरवरी 2017 में हमास नेता इस्माइल हनीयेह से राजनीतिक विंग के प्रमुख के रूप में पदभार संभाला। हमास के सुरक्षा घेरे में काम करते हुए सिनवार को काफी पहचान मिली। वह हमास के सह-संस्थापकों में से एक हैं। इज़राइल लंबे समय से सिनवार की तलाश कर रहा है।
सिनवार 22 साल तक इजरायल की जेल में रहा
सिनवर ने कथित तौर पर वर्ष 1988 में दो इजरायली सैनिकों का अपहरण और हत्या कर दी थी। उन्हें इज़राइल द्वारा गिरफ्तार किया गया था और मुकदमे के बाद सजा सुनाई गई थी। सिनवार लगभग 22 वर्षों तक इजरायल की जेल में कैद रहा, लेकिन 2011 में उन्हें कैदियों के बदले जेल से रिहा कर दिया गया और गाजा जाने की अनुमति दी गई। वास्तव में, हमास ने इजरायली सैनिक गिलियड शालिट का अपहरण कर लिया और बदले में उसने सिनवार की रिहाई की शर्त रखी।
हमास के नेताओं के बीच सिनवार को बेहद कट्टरपंथी विचारधारा वाला माना जाता है। सिनवार ने इजरायल के साथ किसी भी शांति प्रक्रिया को खारिज कर दिया है। इजरायल ने भी सिनवार के साथ किसी भी तरह की बातचीत से इनकार किया है। सिनवार ने 20 साल की उम्र से ही इजरायल का विरोध करना शुरू कर दिया था। उसने गाजा शहर में हमास के नियंत्रण में एक प्रशासनिक समिति बनाई। उन्होंने खुले तौर पर हमास के उग्रवादियों से कहा कि वे अधिक इजरायली सैनिकों को पकड़ें।
शहीद के रूप में मरना चाहेंगे लेकिन जुल्म नहीं सहेंगे’
सिनवर ने एक बार कहा था, “हम शहीद के रूप में मरना पसंद करेंगे लेकिन जुल्म और अपमान सहकर नहीं… हम मरने को तैयार हैं और हजारों लोग हमारे साथ मरने को तैयार हैं।” कहा जाता है कि उनके कहने पर गाजा से बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें इस्राइल से अलग करने वाली बाड़ के पास प्रदर्शन किया। मार्च 2021 में उन्हें फिर से हमास का नेता चुना गया। उन्होंने पिछले साल इजरायल को युद्ध की धमकी दी थी। उसके ईरान के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। इस्राइल और फ़िलिस्तीन में भीषण संघर्ष जारी है। गाजा में 55 बच्चों और 33 महिलाओं सहित 188 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 1,230 लोग घायल हुए हैं। वहीं इस्राइल में पांच साल के बच्चे समेत आठ लोगों की मौत हो गई है।