इस्राइल ने हमास के आतंकियों को फंसाने के लिए मीडिया का इस तरह इस्तेमाल किया कि उसके दर्जनों आतंकी मारे गए। दरअसल, फिलिस्तीन के साथ खूनी युद्ध में इजरायल आतंकवादी संगठन हमास पर बमबारी जारी रखे हुए है। इस बीच, इजरायली पत्रकारों ने कहा कि इजरायल की सेना ने हमास को अपने जाल में फंसाने के लिए मीडिया का इस्तेमाल किया, संभवत: दर्जनों लड़ाकों को मार डाला।
दरअसल, इजरायली सेना ने मीडिया को बयान जारी कर कहा कि इजरायल की वायु और जमीनी सेना गाजा पट्टी पर हमला कर रही है। इस संक्षिप्त बयान ने अटकलों को हवा दी कि इजरायल ने गाजा पर जमीनी हमला किया था। कुछ पत्रकारों ने तो यहां तक कह दिया कि हमला शुरू हो गया था।
घंटों बाद, इजरायली सेना ने एक स्पष्टीकरण जारी किया कि गाजा के भीतर कोई इजरायली सेना नहीं थी, लेकिन तब तक कई बड़े मीडिया संस्थानों ने बताया था कि जमीनी हमला शुरू हो गया था।
इस बीच, हमास के लड़ाके मेट्रो के नाम से जानी जाने वाली सुरंगों के एक भूमिगत नेटवर्क में रक्षात्मक स्थलों पर चले गए। सेना ने बताया कि इस्राइल ने 160 युद्धक विमानों को बुलाया और 40 मिनट तक सुरंगों पर बमबारी की। इज़राइल चैनल 13 टीवी पत्रकार या हेलर ने कहा कि उनका मानना है कि इस अवधि के दौरान सैकड़ों चरमपंथी मारे गए।
हालांकि सेना ने इसे गलतफहमी के कारण रिपोर्टिंग करार दिया, लेकिन इजरायल के पत्रकारों ने कहा कि मीडिया का इस्तेमाल हमास के आतंकवादियों को एक घातक जाल में फंसाने के लिए किया गया था, संभवतः दर्जनों लड़ाकों को मार डाला। हेलर ने कहा कि उन्होंने झूठ नहीं बोला। उन्होंने धोखा दिया। वह चतुर था और यह सफल रहा।