कहते हैं जहां अंधविश्वास हो वहां तथ्य और विज्ञान दोनों अपना दम तोड़ देते हैं. 2004 से 2014 के बीच भारत के बहुत सारे अलग अलग हिस्सों में बहुत तेज़ी से धर्मांतरण हुआ. 2017 के बाद पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने के बाद कनाडा का वीज़ा दिलवाने के नाम पर भी धड़ले से धर्मांतरण हो रहा हैं.
धर्मांतरण करने वाले लोगों की ख़ास बात यह है की यह लोग घर कलेश, बिमारियों, आर्थिक हालात और इंसानी इच्छाओं को अपना निशाना बनाकर वार करते नज़र आते हैं. जैसे पंजाब की सिख कम्युनिटी समृद्ध है ऐसे में यहां आर्थिक हालात नहीं बल्कि कनाडा का वीज़ा और नशा छुड़ाने का मुद्दा बनाकर धर्मांतरण करवाया जाता है.
भारत के बीहड़ इलाकों में बिमारियों से छुटकारा दिलाने के नाम पर और कुछ हिस्सों में पैसे की कमी दूर करने के नाम पर धर्मांतरण करवाया जाता हैं. धर्मांतरण करवाने आये लोगों में एक विशेष बात यह भी कॉमन होती है की वह स्टेज पर ईश्वर के चमत्कार को दिखाने के नाम पर कुछ ऐसा काम जरूर करते है, जिससे चाहे तथ्य और विज्ञान अपना दम तोड़ दे लेकिन लोगों का विश्वास जीत सके.
ऐसे में इंटरनेट पर एक ऐसे ही पादरी की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही है जो चमत्कार के नाम पर लोगों के मुंह पर बैठकर पाद मारता हैं. लोगों का दावा है की इस पाद से उनकी बीमारियां ठीक हो जाती हैं. साउथ अफ्रीका के इस पादरी का कहना है की पाद आने का मतलब है की ईश्वर की कृपा आप पर बनी हुई है और आपकी बिमारियों का जल्द ही अंत हो जाएगा.
साउथ अफ्रीका के जियानी, लिम्पोपो के सियंदनी गांव में सेवनफोल्ड पवित्र आत्मा मंत्रालय के इस पादरी का नाम मसीह पेनेलोप हैं. मीडिया कर्मियों को जवाब देते हुए इस पादरी ने कहा की, ‘मैं पाद नहीं मारता, ‘मैं लोगों को ठीक करता हूँ’. इसे धर्मांतरण करने वाले यह लोग आपको केवल अपने ही मंचों पर लोगों की बीमारियां ठीक करते हुए नज़र आते हैं. आज तक किसी मीडिया या चैनल ने इनसे यह सवाल नहीं पूछा की आप हॉस्पिटल में मजूद बीमार व्यक्तियों को ठीक क्यों नहीं करते?