अलग तरह की राजनीती का वादा कर सत्ता में आई आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जनता को फ्री सुविधाओं का ऐसा लालच है दिया है की दिल्ली की जनता ने ऐसे-ऐसे विधायक चुनकर सत्ता में बिठा दिए है जो या तो बड़े लेवल पर दंगे भड़का चूका है या फिर भड़काने के लिए तैयार हैं.
CAA के नाम पर दिल्ली में हुए दंगे आखिर किसे भूले होंगे? ऐसे में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने एक बार फिर से भड़काऊ भाषण दिया हैं. यह भड़काऊ भाषण मस्जिदों में एहतेजाज-ए-खुत्बा में ऐलान द्वारा किया गया हैं. अमानतुल्लाह खान ने एक वीडियो भी जारी किया है, वह ओखला सीट के चुने हुए विधायक हैं.
अपने भाषण में अमानतुल्लाह खान कहते हैं की, “मुस्लिम अभी शांति से काम ले रहा है, क्योंकि वो नहीं चाहता कि इस मुल्क का अमन खराब हो. जुमे के दिन मुझे उम्मीद है कि नबी से मोहब्बत करने वाला हर मुस्लिम देश के हर मस्जिद में विरोध-प्रदर्शन करेगा और उस दिन हुकूमत जागेगी. इंशाअल्लाह! हर गाँव/बस्ती/शहर के हर मस्जिद में भारी संख्या में जुट कर मुस्लिम एहतेजाज-ए-खुत्बा करेंगे.”
कश्मीर 1992 याद है जब मस्जिदों से एक दिन शुक्रवार के दिन ही जुम्मे की नवाज़ पर आवाज़ आई और वहां के गैर मुस्लिमों को भगा दिया गया? शायद उसी को दोहराने पर विचार रहे अमानतुल्लाह खान ने कहा की, “हर एक मस्जिद से हुकूमत-ए-हिन्द को मेमोरेंडम की शक्ल में एक चिट्ठी दी जाएगी.”
दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष ने एक शेर पढ़ते हुए कहा की, “मोहम्मद की मोहब्बत आन-ए-मिल्लत, शान-ए-मिल्लत है, मोहम्मद की मोहब्बत रूह-ए-मिल्लत, जान-ए-मिल्लत है. मोहम्मद से मोहब्बत दीन-ए-हक़ की शर्त-ए-अव्वल है, इसी में हो अगर खामी, तो सब कुछ नामुकम्मल है.”
अमानतुल्लाह खान ने वीडियो में कहा की अगर पुलिस और सरकार उस महंत के खिलाफ एक्शन नहीं लेगी तो इस जिम्मेदारी को हमें निभाना होगा. इस्लामी कानून में ‘गुस्ताख़-ए-रसूल’ की सज़ा वही है, इसका इस बात का इशारा शायद फ़्रांस की घटना से था. क्योंकि उन्होंने अपने पिछले ट्वीट में कहा था की, “हमारे नबी की शान में गुस्ताखी हमें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं. इस नफरती कीड़े की जुबान और गर्दन दोनों काट कर इसे सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए. लेकिन हिंदुस्तान का कानून हमें इसकी इजाजत नहीं देता.”