महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में कोरोना के मामलों में तेज़ी से इज़ाफ़ा देखने को मिल रहा हैं. इसी के चलते अब देश में दुबारा लॉक-डाउन लगाने की प्रक्रिया शुरू करने पर विचार किया जा रहा हैं. ऐसे में मध्यप्रदेश के जबलपुर बरगी की नायब तहसीलदार द्वारा हस्ताक्षर कर 100 साल का लॉक-डाउन लगा दिया गया.
तहसीलदार ने जबलपुर में जारी किये आपने आदेश पत्र में 3 अप्रैल 2021 से 19 अप्रैल 2121 तक लॉक-डाउन लगाए जाने की बात लिखी हैं. लॉक-डाउन का आदेश जारी होते ही, सोशल मीडिया पर यह तेज़ी से वायरल हो गया. सबसे हैरानी की बात यह है की 19 अप्रैल 2121 को गतिविधियों को दोबारा संचालित करने की बात लिखी हुई हैं.
आपको बता दें की अगर आप जबलपुर जाने का प्लान बना रहें हैं तो आपको घबराने की जरूरत नहीं हैं. यह महज़ एक गलती के कारन ऐसा हुआ हैं, लेकिन महत्पूर्ण बात यह है की आखिर इतनी जरूरी सुचना में ऐसी गलती हुई कैसे? अगर गलती हुई भी तो क्या एक प्रशासनिक अधिकारी बिना पढ़े ही हस्ताक्षर कर देता हैं?
यह अपने आप में चिंता का विषय हैं क्योंकि इससे पुरे जबलपुर में हफडा-तफडी का माहौल पैदा हो सकता था. जिस वजह से महामारी पर काबू पाने की बजाए प्रशासन के हाथ से मामला और ज्यादा निकल सकता था. अगर इस आदेश की सही जानकारी दें तो जबलपुर में शनिवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक का 32 घंटे का लॉकडाउन लगाया गया हैं.
एक छोटी सी गलती ने 32 घंटे के लॉकडाउन को 100 साल में बदल दिया. जबलपुर में लगा यह लॉकडाउन निजी व शासकीय संस्थायें, दुकान, होटल, प्रतिष्ठान और सभी सामान्य आवाजाही बंद करने के मकसद से लगाया गया हैं. जिससे बढ़ती हुई कोरोना महामारी पर फिर एक बार नियंत्रण पाया जा सके. इसके साथ ही शराब की दुकानों को भी रविवार के दिन बंद करने का ऐलान किया गया हैं.