आज के समय में मुकेश अंबानी के सामने कई सारी परेशानियां एक साथ आकर खड़ी हो चुकी हैं. फिर चाहे अमेज़न का फ्यूचर ग्रुप के साथ होने वाली डील को रुकवाने की कोशिश हो या फिर किसान आंदोलन को नेताओं द्वारा रिलायंस इंडस्ट्रीज के खिलाफ भड़काना हो. उधर चीन भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के 5g नेटवर्क के सामने चुनौती खड़ी करने के लिए एयरटेल में कुछ हिस्सेदारी डाल चूका हैं.
फिलहाल अब खबर यह है की मुकेश अंबानी के लिए अब नई सरदर्दी बनने जा रहें हैं, देश के जाने माने बिज़नेसमैन रतन टाटा. जी हाँ रिलायंस इंडस्ट्रीज के सामने रिटेल सेगमेंट में टाटा ग्रुप एक बड़ी चुनौती खड़ी करने की तैयारी में जुट चूका हैं. ऐसे में टाटा ग्रुप अब बिग बास्केट जैसे एक बड़े ब्रांड में अपनी 60 प्रतिशत हिस्सेदारी डालने जा रहा हैं.
टाटा ग्रुप ने इसकी जानकारी भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) को दी है और इस जानकारी में यह भी कहा गया है की, टाटा ग्रुप की प्राथमिक और द्वितीयक अधिग्रहण के जरिये सुपरमार्केट ग्रॉसरी सप्लाई प्राइवेट लिमिटेड (एसजीएस) में 64.3 प्रतिशत हिस्सेदारी को खरीदना हैं.
अपने प्रस्ताव में टाटा ग्रुप द्वारा कहा गया है की, टाटा संस अपनी पूर्ण अनुषंगी टाटा डिजिटल लिमिटेड (टीडीएल) एसजीएस की 64.3 प्रतिशत शेयर पूंजी को अधिग्रहण करने पर विचार कर रही हैं. इसी के साथ टाटा संस के पास टाटा डिजिटल लिमिटेड (टीडीएल) के ज्यादा शेयर आ जाएंगे और वह टाटा डिजिटल लिमिटेड (टीडीएल) का नियंत्रण हासिल कर सकेगी.
बताया जा रहा है की यह डील 9 हजार करोड़ रूपए की हो सकती है, फिलहाल इन सूचनाओं पर कंपनी ने किसी प्रकार की मोहर नहीं लगाई. उधर बात करें मुकेश अंबानी की तो वह भी फ्यूचर ग्रुप के साथ मिलकर देश की सबसे बड़ी रिटेल चेन बनाने की कोशिश में हैं, लेकिन अमेज़न उनकी 24000 करोड़ की इस डील में सबसे बड़ी रुकावट बनकर खड़ा हो चूका हैं.
फ्यूचर ग्रुप का कहना है की अमेज़न इस डील को रुकवाकर फ्यूचर ग्रुप को बर्बाद करने की कोशिश कर रहा है. जिससे हमारे देश भर में फैले स्टोर बंद हो जाएंगे और कई हजार परिवारों के लिए मुसीबत खड़ी हो जाएगी क्योंकि इससे कई हजार नौकरियां चली जाएँगी. फिलहाल मामला अदालती कार्यवाही में उलझा हुआ हैं, लेकिन देखना यह होगा की देश में सबसे बड़ी रिटेल मार्किट खड़ी करने का सपना किसका पूरा होता है रतन टाटा का या फिर मुकेश अंबानी का.