राजस्थान में नगर निगम चुनाव हुए थे, इस नगर निगम चुनाव ने NCP के 17 पार्षदों ने जीत दर्ज़ की. 35 में 17 सीट NCP के खाते में गयी थी और उसी NCP के पार्षदों ने जीत के महज़ 24 घंटे के बाद BJP का दामन थाम लिया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के समक्ष सभी पार्षदों ने बीजेपी को ज्वाइन किया और इसी के साथ अब नगर निगम में बीजेपी का चेयरमैन बनना तय माना जा रहा हैं.
दरअसल यह चुनाव राजस्थान के टोंग जिले में हुए थे, NCP के टिकट पर जीत दर्ज़ करने वाले 17 पार्षदों में से ज्यादा तर पार्षद वह थे जो कांग्रेस के बगावत कर NCP में शामिल हुए थे. NCP के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज़ की जिसके बाद अभी पार्टी ने जीत के पोस्टर भी नहीं लगवाए थे की सभी ने पार्टी बदल कर बीजेपी में जाने का ऐलान कर दिया.
आपको बता दें नगर निगम के चेयरमैन पद पर 17 सीट सीटें जीतने के साथ ही NCP के नेता दिलीप इसरानी की दावेदारी मजबूत हो चुकी थी. इसके बावजूद उन्होंने अपने बाकी जीते हुए प्रत्याशियों के साथ BJP में जाना सही समझा. निवाई नगर निगम में 35 सीटों पर 29 एनसीपी ने अपने उम्मीदवारों को उतारा था.
35 सीटों में बीजेपी इस चुनाव में मात्र 9 सीट जीतने में कामयाब रही, कांग्रेस ने 8 सीटों पर अपना परचम लहराया और एनसीपी ने 17 सीटों पर. लेकिन एनसीपी के सभी जीत हुए प्रत्याशी बीजेपी में शामिल हो गए हैं, इसलिए अब बीजेपी के पास 26 सीटों का आंकड़ा हैं. एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी ने जीता हैं और सूत्रों की माने तो वो भी बीजेपी को अपना समर्थन कर सकता हैं.
निवाई नगर निगम कांग्रेस का गढ़ माना जाता हैं लेकिन इस राजनीतिक उल्टफेर ने सभी समीकरणों को फेल कर दिया हैं. ऐसे में कांग्रेस को राज्य भर में जमकर किरकरी हुई हैं क्योंकि उसने अपने नाराज़ प्रत्याशियों को मनाने की बजाए एनसीपी में जाने दिया और फिर वह बीजेपी में शामिल हो गए, देखा जाये तो यह मुकाबला कांग्रेस बनाम पूर्व कांग्रेस के बीच में था.